3 साल की मासूम से दुष्कर्म के फरार आरोपी पर 10 हजार का इनाम घोषित, इधर आरोपी को भगाने के आरोप में प्रधान आरक्षक सस्पेंड
अमेहटा
जिले के कैमोर थाना क्षेत्र अंतर्गत अमेहटा गांव में एक प्लांट के कर्मचारी के द्वारा 3 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हैवानियत किए जाने के बाद ग्रामीणों ने आरोपी को धर दबोचा था और पुलिस को घटना की जानकारी देने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को आरोपी को सौंप दिया गया था। जिसके बाद पुलिस के लापरवाही पूर्वक गैर जिम्मेदाराना कृत्य और आरोपी को फरार कराने और उसके ऊपर कार्यवाही नहीं करने के कारण पुलिस अधीक्षक कटनी ने प्रथम दृष्टया प्रधान आरक्षक चंद्रिका शुक्ला को दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं अब पुलिस अधीक्षक ने पुलिस कस्टडी से फरार आरोपी शिव कुमार पटेल उर्फ सोनू को गिरफ्तार करने के लिए 10 हजार इनाम की घोषणा की है।
दरअसल रविवार की दरमियानी रात लगभग 3:00 बजे 3 साल की मासूम अपने परिजनों के साथ सो रही थी जिसे आरोपी के द्वारा चोरी छुपे उसे उठाकर वहां से ले गया और उसके साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। मासूम के परिजनों की रात लगभग 3:00 बजे नींद खुलने के उपरांत देखा कि मासूम बच्ची उनके साथ नहीं है। तब जाकर उनके द्वारा उसका पता लगाया गया तब मासूम आरोपी शिवकुमार पटेल के पास रोते बिलखते हुए मिली। परिजनों ने मासूम को देखते ही पूरा माजरा समझ गए और काफी हो-हल्ला के बाद अमेहटा गांव के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और आरोपी को पकड़ लिए। जिसके बाद पुलिस को पूरे मामले की सूचना दी गई जानकारी के बाद थाना कैमोर के डायलपुलिस के इस लापरवाही के चलते ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और सड़क मार्ग पर चक्का जाम कर दिया जिसके बाद जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश दी फिर भी ग्रामीण किसी भी आश्वासन को मानने को तैयार नहीं थे। उनका आरोप था कि इतने बड़े संगीन मामले में भी पुलिस का लापरवाही पूर्वक रवैया पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान है।
मौके की नजाकत और पुलिस की लापरवाही को देखते हुए कटनी जिले के पुलिस अधीक्षक ने लापरवाही पूर्वक कर्तव्य के निर्वहन में प्रधान आरक्षक चंद्रिका शुक्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं 3 साल की मासूम के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी पर 10 हजार के इनाम की घोषणा की है।