बिहार में उपमुख्यमंत्री रहते 17 महीने में दीं पांच लाख नौकरियां, तेजस्वी यादव बोले-असंभव मानते थे मुख्यमंत्री
पटना.
नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने फिर से नीतीश सरकार और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पर हमला बोला है। सोमवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि हमने 17 महीनों के अल्प कार्यकाल में पांच लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी। इसी दौरान तीन लाख सरकारी नौकरियां प्रक्रियाधीन करवाई जो आचार संहिता के चलते कुछ महीनों से रुकी थी। हमारे हटते ही पूर्व निर्धारित तीसरे चरण में एक लाख शिक्षकों की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से वह रद्द हो गयी थी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि अब लोकसभा चुनाव पूर्ण हो चुके हैं। पहले से प्रक्रियाधीन तीन लाख नौकरियों के अलावा सरकार हमारी सरकार के निर्णय अनुसार सभी विभागों की बाक़ी रिक्तियों पर यथाशीघ्र बहाली प्रक्रिया शुरू कर नियुक्तियां करायें। सीएम नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी कहते थे कि 10 लाख सरकारी नौकरियां देना असंभव है। इतनी नौकरियों का पैसा तेजस्वी कहां से लाएगा?
राजनीति का परिणाम हमेशा ही सकारात्मक मिलेगा
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब हमारे साथ सरकार में आकर बैठे तो हमने साइंटिफ़िक तरीके से मुख्यमंत्री जी सहित वरीय अधिकारियों (जो इनके कार्यकाल में हमेशा संविदा और आउटसोर्सिंग के पक्षधर रहे) को बताया और समझाया कि कैसे दस लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी जा सकती है। इससे पूर्व तक वो यह मानने को ही तैयार नहीं होते थे कि बिहार में लाखों पद रिक्त भी है। हमारी सकारात्मक राजनीति का परिणाम हमेशा ही सकारात्मक मिलेगा। जिन लाखों युवक-युवतियों को नौकरियां मिली और मिलेंगी उन पर हमारी इस पॉजिटिव प्रोगेसिव और मुद्दे आधारित राजनीति का जीवन भर प्रभाव रहेगा।