बिहार-केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की दोटूक, नीट में कदाचार हर हाल में रोकना चाहिए
गया.
नीट यूजी पेपर लीक मामले में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। जो साधन सम्पन्न वाले होते हैं, वह इसका लाभ उठाते हैं लेकिन, गरीब के बच्चे जिसकी कोई पैरवी और पैसा नहीं है वह वंचित हो जाते हैं। गया के गोदावरी स्थित अपने आवास पर एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने नीट पेपर लीक मामले पर कहा कि जांच हो रही है और होनी चाहिए। जो अनियमितता होती है। नीट में जो कदाचार हो रहा है उसको हर हालत में रोकना चाहिए। कदाचार में संलिप्त लोगों को अधिक से अधिक कठोर सजा देनी चाहिए।
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत द्वारा किसानों की मांग को लेकर आंदोलन के बयान पर कहा कि अब आंदोलन करना उन लोगों का काम है। किसानों के लिए पीएम नरेंद्र मोदी बढ़चढ़ कर काम कर रहें है। किसानों की उपज, आमदनी, सुरक्षा आदि सभी पर काम कर रही हैं। अब समस्या छोटी मोटी बनी रहती है इसके लिए पीएम संवेदनशील हैं। अपनी राजनीति के लिए आंदोलन करते रहते हैं यह उनकी स्वतंत्रता है। इससे वह अपना काम करते है।
गीता पढ़ने और पढ़ाने में क्या दिक्कत है?
लोकसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा कि जो होगा वह नियमानुसार ही होगा। हमलोग पूर्ण बहुमत में है। इसलिए लोकसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष हमारे होंगे। अहमदाबाद के स्कूलों में गीता का पाठ अनिवार्य किए जाने का प्रस्ताव पेश किए जाने पर उन्होंने कहा कि गीता कोई खराब चीज तो है नहीं। जितने भी धार्मिक या राष्ट्रभक्ति पुस्तके है तो गीता पढ़ने और पढ़ाने में क्या दिक्कत है? वहीं अररिया में नवनिर्मित पुल उद्घाटन के पूर्व ध्वस्त होने पर कहा कि इसे लेकर सीएम नीतीश कुमार संवेदनशील है। इस मामले पर एफआईआर करने का आदेश दिया गया है। मामले की जांच करर्वा जा रही है।