गहलोत के मंत्री के सामने उछाला गया जूता, ट्विटर यूजर्स के निशाने पर क्यों पायलट आए
जयपुर
राजस्थान में खेलमंत्री अशोक चांदना पर जूता फेंकने के मामले में प्रदेश की सियासत में उबाल आ गया है। सचिन पायलट को खुल चैलेंज देने के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स की मिली जुली प्रतिक्रिया रही है। नरेश चौधरी नाम के यूजर्स ने लिखा- ऐसी राजनीति नहीं देखी कही। सब को पता है। किसके इशारे पर किसके समर्थकों ने किया है। पायलट साहब ये उम्मीद नहीं थी आपसे। अजीत शरण ने लिखा- सचिन पायलट ने कौनसा संघर्ष किया है। सब कुछ विरासत में मिला है। चांदना जी धरातल से यहां तक पहुंचे हैं। ये संघर्ष ही इनकी पहचान है ना कि एक जाति से इनकी पहचान। विजय मीना नाम के यूजर्ष ने लिखा- तुम जलन बरकरार रखो। हम जलवा। एक यूजर्स ने लिखा- बिना किसी आधार पर सचिन पायलट पर ऐसे आरोप लगाना गलत है। आपको क्या लगता है कि सचिन पायलट जैसे शख्सियत ऐसा कर सकती है। अब आप ऐसी राजनीति पर उतर आए कि अपनी ही पार्टी के नेता पर आरोप लगा रहे हैं। हालांकि, सचिन पायलट नारेबाजी का विरोध करत रहे हैं। हाल ही में दौसा जिले के सिकराय में आयोजित कार्यक्रम में सचिन पायलट ने युवाओं से कहा-किसी का सम्मान नहीं कर सकते तो किसी का विरोध करने का अधिकार भी नहीं है।
खेलमंत्री अशोक चांदना ने दिया चैलेंज
खेलमंत्री अशोक चांदना ने देर रात ट्वीट कर लिखा- मुझ पर जूता फिकवाकर सचिन पायलट यदि मुख्यमंत्री बने तो जल्दी से बन जाए। क्योंकि आज मेरा लड़ने का मन नहीं है। जिस दिन मैं लड़ने पर आ गया तो फिर एक ही बचेगा और यह मैं चाहता हूं नहीं। चांदना ने ट्वीट कर लिखा- अद्भुत नजारा देखने को मिला। 72 शहीदों को मारने का आदेश देने वाले राजेंद्र राठौड़ के मंच पर आने पर तालिया बजी और जिनके परिवार के लोग आंदोलन में जेल गए उन पर जूते फेंके गए। सोमवार को अजमेर के पुष्कर मेला ग्राउंड में एमबीसी समाज के कार्यक्रम में खेलमंत्री अशोक चांदना को सचिन पायलट समर्थकों के विरोध का सामना करन पड़ा। जिसके चलते चांदना को अपना भाषण बीच में ही रोकना पड़ा। इससे नाराज खेलमंत्री अशोक चांदना ने देर रात ट्वीट कर सचिन पायलट को खुला चैलेंज देकर अपनी नाराजगी प्रकट कर दी। खेलमंत्री अशोक चांदना की ओर जूता और अन्य सामाना उछाला गए। कार्यक्रम में समर्थक पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए। गुर्जर आरक्षण आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थियों का विसर्जन पुष्कर के 52 घाटों पर सोमवार शाम करीब चार बजे शुरू हुआ था। पुष्कर के मेला ग्राउंड में एमबीसी समाज की सभा में जैसे ही मंत्री अशोक चांदना भाषण देने के लिए आए लोगों ने जूते और अन्य सामान फेंकना शुरू कर दिया। सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए।