यूपी के 20 हजार भट्ठों से सोमवार को नहीं बिकी ईंट, घर बनाने के सपने पर कोयले की चोट
लखनऊ गोरखपुर
यूपी में घर बनाने के सपने पर कोयले की कीमतों ने सीधी चोट कर दी है। सोमवार को प्रदेश के करीब 20 हजार भट्ठों से ईंटें नहीं बिकीं। जीएसटी के साथ कोयले की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के विरोध में ईंट भट्ठा मालिकों ने सोमवार से ईंटों की बिक्री सप्ताह भर के लिए रोक दी है। अब 17 सितम्बर तक ईंटों की बिक्री नहीं करेंगे। हड़ताल से बड़े प्रोजेक्ट के साथ मकान निर्माण पर भी असर होगा। इसके साथ ही ईंट की कीमतें बढ़ने का भी अंदेशा है।
जिले में करीब 400 ईंट भट्ठे हैं। एक भट्ठा साल में औसतन 3,50,000 ईंट तैयार करता है। वर्तमान में गोरखपुर में सालाना 10 अरब से अधिक का कारोबार है। ईंट की कीमतें पिछले साल भर में काफी बढ़ गई हैं। 5000 रुपये प्रति हजार में बिकने वाला ईंट 8000 से लेकर 9000 रुपये प्रति हजार तक पहुंच गया है। भट्ठा मालिकों का आरोप है कि सरकार लगातार भट्ठे वालों का उत्पीड़न कर रही है। सरकार से लगातार मांगे की जाती रहीं लेकिन इसके बाद भी जीएसटी बढ़ा दी गई है। जेसीवी से मिट्टी खुदाई पर रोक लगाई गई है जबकि प्रशासन खुद जेसीबी से काम करा रहा है। ईंट भट्ठा मालिकों का कहना है कि एक हजार रुपये में मिलने वाला कोयला अब 2400 रुपये कुंतल पर पहुंच गया है। भट्ठा मालिक पीयूष करमचंदानी का कहना है कि मांगों की लगातार अनदेखी के विरोध में हड़ताल के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचा था।