विधानसभा मानसून सत्र शुरू, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को श्रद्धांजलि के बाद सदन स्थगित
भोपाल
मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया। पहले दिन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती समेत दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। हालांकि कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में लसहुन की बोरियां लाकर सदन में किसानों का मुद्दा उठाना चाह रहे थे।
विधानसभा सत्र के आगाज के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन में जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन के देश दुनिया के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि उनका जाना सनातन परम्परा के लिए क्षति है। सीएम ने सदन में स्वरूपानंद के जीवन से जुड़ी घटनाओं को उल्लेख कर उन्हें और अन्य दिवंगत हस्तियों को भी नमन किया। नेता प्रतिपक्ष गोविन्द सिंह ने इस दौरान कहा कि स्वरूपानंद सरस्वती ने हिन्दू परम्परा को दुनिया में फैलाने का काम किया और इसी कारण चार शंकराचार्य में से दो की जिम्मेदारी उनके पास थी।
सदन में निधन के उल्लेख के साथ पूर्व स्पीकर एनपी प्रजापति और अशोक मर्सकोले ने भी श्रद्धांजलि दी। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसके पहले विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सभी दिवंगत हस्तियों का नाम लेकर उन्हें श्रद्धांजलि देने का जिक्र किया।
सदन में जिन दिवंगत हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गई उनमें जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के अलावा पूर्व विधायक जगदंबा प्रसाद निगम, कन्हैयालाल दांगी, रणजीत सिंह गुणवान, शिवमोहन सिंह, सरोज कुमार, गायत्री देवी परमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम, पूर्व सांसद चक्रधारी सिंह शामिल हैं। साथ ही जम्मू के कुपवाड़ा, सुजवान सेक्टर,दुर्गमूला में शहीद जवानों, भारत बांग्लादेश की सीमा पर शहीद जवानों, गुना जिले के आरोन में काले हिरण के शिकारियों को पकड़ने के दौरान हुई मुठभेड़ में शहीद जवानों, उत्तराखंड के उत्तरकाशी ्िजले के डामटा में बस खाई में गिरने और धार खरगोन बार्डर पर नर्मदा नदी पर बने खलघाट पुल से यात्रीा बस गिरने के बाद जान गंवाने वाले यात्रियों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
कांग्रेस के दर्जन भर विधायकों के कंधों पर लहसुन की बोरियां सुरक्षाकर्मियों से हुई झड़प तो विधानसभा की सड़क पर फेंक दिया
प्रदेश में लहसुन के दाम नहीं मिलने को लेकर विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन कांग्रेस ने इसे लेकर प्रदर्शन किया। इधर आज इंदौर पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने भी भाजपा सरकार पर जमकर हमले किये। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी, सचिन यादव, कुणाल चौधरी सहित करीब एक दर्जन विधायक कंधों पर लहसुन की बोरियां लेकर विधानसभा तक पहुंचे। इस दौरान उनकी विधानसभा गेट पर लहसुन को अंदर ले जाने को लेकर उनकी सुरक्षाकर्मियों से बहस हुई। जब विधानसभा परिसर के अंदर लहसुन नहीं ले जाने दिया गया, तब कांग्रेस विधायकों ने गेट नंबर तीन के बाहर सड़क पर लहसुन फैंक दिया। विधायक सचिन यादव ने आरोप लगाया कि लहसुन के आज दाम नहीं मिल रहे हैं। किसानों को एक रुपए किलो में लहसुन बेचना पड़ रही है। भावांतर योजना सरकार ने बंद कर दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक तो खरीदे जा रहे हैं, लेकिन किसानों की उपज खरीदने में सरकार को परेशानी है।