बच्चों के राजनीतिक इस्तेमाल पर बाल आयोग नाराज
नई दिल्ली
एनसीपीसीआर (NCPCR) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर भारत जोड़ो आंदोलन यात्रा (BHarat Jodo Yatra) में कथित तौर पर बच्चों को राजनीतिक उपकरण के रूप में दुरुपयोग पर कार्रवाई को कहा है। एनसीपीसीआर ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर इसकी शिकायत करते हुए जांच शुरू कर कार्रवाई की मांग की है। बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिए एनसीपीसीआर शीर्ष निकाय है।
क्या कहा एनसीपीसीआर ने?
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बताया कि उसे एक शिकायत राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा में बच्चों की शिकायत को लेकर मिली है। गांधी व जवाहर बाल मंच बच्चों को राजनीतिक उद्देश्य के साथ राजनीतिक गतिविधियों में शामिल करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। एनसीपीसीआर ने कहा कि शिकायतकर्ता के अनुसार सोशल मीडिया पर तमाम तस्वीरें व वीडियो पोस्ट की गई है।
एनसीपीसीआर ने आरोप लगाया कि यह चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन है जो कहता है कि केवल वयस्क ही राजनीतिक दल का हिस्सा हो सकते हैं। यह बाल अधिकारों का प्रथम दृष्टया उल्लंघन है और बाल शोषण की श्रेणी में आता है। बाल आयोग ने कहा कि बच्चों का राजनीतिक एजेंडे की पूर्ति के लिए उपयोग करना बाल शोषण हैं और इसका उनके मानसिक स्थिति पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ेगा। यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के खिलाफ है।
एनसीपीसीआर ने कहा कार्रवाई करे आयोग
एनसीपीसीआर ने चुनाव आयोग को अपने पत्र में कहा है कि राहुल गांधी, लोकसभा के सदस्य हैं। वह एक राष्ट्रीय दल के हैं। उनकी गतिविधियां चुनाव आयोग के कार्रवाई के दायरे में है। आयोग इस मामले में जांच कर आवश्यक कार्रवाई करे।
कांग्रेस कर रही भारत जोड़ो यात्रा
कांग्रेस ने बीते 7 सितंबर को भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी। इस यात्रा का उद्देश्य देश में पार्टी को मजबूत करने के साथ नफरत फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ मोर्चा लेना। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में हो रही यह यात्रा 12 राज्यों व 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी। इस दौरान यात्री कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।