इस्राइल के शांति वार्ता से पहले बड़े हमले में 16 की मौत, एयर स्ट्राइक की चपेट में आया स्कूल
गाजा.
गाजा पर इस्राइल ने हवाई हमले किए गए। एक हमला संयुक्त राष्ट्र के संचालित स्कूल पर भी हुआ। अधिकारिक बयान के अनुसार इस हमले में 16 लोगों की मौत हो गई। वहीं लेबनान के साथ इसकी उत्तरी सीमा पर भी हिंसा होने लगी है। इस्राइल और हमास के बीच पिछले दस माह से युद्ध चल रहा है। दोनों देशों के बीच युद्ध रोकने के प्रयास जारी है। शुक्रवार को इस्राइल ने कहा कि कतर के मध्यस्थों के साथ वार्ता जारी रखने के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजेगा। प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने कहा कि युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के समझौते को लेकर हमास के साथ अभी भी खामियां हैं।
वहीं इससे पलहे एक प्रवक्ता ने कहा कि यह सहमति बनी कि अगले सप्ताह इस्राइली वार्ताकार वार्ता जारी रखने के लिए दोहा जाएंगे। दोनों पक्षों के बीच अभी भी मतभेद हैं। बता दें कि नवंबर में एक सप्ताह के विराम के बाद से कोई युद्धविराम नहीं हुआ। जिस दौरान इस्राइली जेल में बंद 240 फिलिस्तीनियों के बदले में 80 इस्राइली बंधकों को रिहा किया गया था। युद्ध में हमास द्वारा संचालित गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी, यूएनआरडब्ल्यूए द्वारा संचालित एक स्कूल पर हमले में 16 लोग मारे गए। ये मध्य गाजा के नुसेरात में विस्थापित लोगों को आश्रय दे रहा था। इस्राइली सेना ने कहा कि उसके विमानों ने अल-जौनी स्कूल के आस-पास के आतंकवादियों को निशाना बनाया था। सेना ने पहले कहा कि उसने उत्तर में शुजाइया, मध्य गाजा में देर अल-बलाह और दक्षिण में राफा सहित गाजा पट्टी के अधिकांश हिस्सों में अभियान चलाए हैं। वहीं सेना ने एक घोषणा में बताया था कि वह हमास से मुक्त हो गया, लेकिन अब वहां फिर से लड़ाई शुरू हो गई है, ये शुजाइया क्षेत्र है।
पैरामेडिक्स ने शनिवार को नुसेरात शरणार्थी शिविर में एक घर हुए हवाई हमले में 10 लोगों की मौत हुई। वहीं एक रात भर हुए हमले में चार पत्रकार भी मारे गए। वहीं एक तरफ संयुक्त राज्य अमेरिका ने कतर और मिस्र के साथ वार्ता में मध्यस्थता की है। इसने समझौते की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए कहा है कि इसमें दोनों पक्षों के लिए महत्वपूर्ण है। हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ओसामा हमदान ने एएफपी को बताया कि समूह के नए विचारों को मध्यस्थों द्वारा अमेरिकी पक्षों को अवगत कराया गया। इस्राइल में नियमित विरोध प्रदर्शनों और रैलियों के साथ बंधकों की रिहाई के लिए घरेलू स्तर पर दबाव बढ़ गया। वहीं दूसरी ओर गाजा युद्ध शुरू होने के बाद इस्राइल और लेबनान के ईरान समर्थित हिजबुल्लाह आंदोलन के बीच लगभग हर रोज सीमा पार से गोलीबारी होती है। पिछले महीने से हमलों में वृद्धि हुई है। शनिवार की सुबह, उत्तरी इजराइल में सायरन बजने लगे और सेना ने कहा कि उसने एक "संदिग्ध हवाई लक्ष्य" को मार गिराया है तथा लेबनान से प्रक्षेपित दो "शत्रु विमान" खुले मैदान में गिरे।
सेना ने पहले कहा था कि उसने रात भर दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के कई आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया, जो सभी सीमा के पास थे। हिजबुल्लाह के अनुसार शनिवार को पूर्वी लेबनान में एक वाहन को निशाना बनाकर इजरायली ड्रोन हमला किया गया, जिसमें हिजबुल्लाह के एक अधिकारी की मौत हो गई। इजरायल ने कहा कि वह समूह की वायु रक्षा इकाई का हिस्सा था।