झारखंड में छत से कूदकर मोस्ट वांटेड की मौत, शक के घेरे में पुलिस?
रांची.
हत्या और रंगदारी के कई मामलों में 13 साल से फरार कोल्हान के मोस्ट वांटेड कार्तिक मुंडा (42) की गुरुवार देर रात छत से कूदने में मौत हो गई। उसके सोनारी बाल विहार स्थित मित्तल अपार्टमेंट के एम-4 फ्लैट में पुलिस छापेमारी करने गई थी। पुलिस का कहना है कि उसकी पत्नी ने देर से दरवाजा खोला। पुलिस अंदर गई तो कार्तिक मुंडा ने अपने घर की बालकनी से दूसरे घर में छलांग लगा दी और वहां से पाइप के सहारे नीचे उतरने में गिर गया।
वह बेहोश हो गया था। टीएमएच में उसे मृत घोषित कर दिया। कार्तिक को पकड़ने के लिए आदित्यपुर और सोनारी की पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी की थी। आदित्यपुर में हुए विवेक हत्याकांड में उसकी तलाश थी। दूसरी ओर कार्तिक की पत्नी प्रेमा डोरा ने आरोप लगाया कि उसके पति की हत्या की गई है। हत्या और रंगदारी के कई मामलों में 13 साल से फरार चल रहे कोल्हान के मोस्ट वांटेड कार्तिक मुंडा की मौत को परिजन हत्या करार दे रहे हैं। परिजनों ने इसका आरोप पुलिस पर मढ़ा है। कार्तिक की पत्नी प्रेमा डोरा ने बताया वह अपने आठ साल के बेटे के साथ घर में थी। पति भी सो रहे थे।
अचानक घर के बाहर पुलिस पहुंची, जिसमें महिलाएं भी थीं। उसने दरवाजा खोला तो पुलिस घर में घुस गई। उसके पति इससे पहले घर से निकलकर दूसरे फ्लैट की बालकनी में चले गए थे। इस दौरान उन्हें हल्की चोट लगी थी। उसने पति से पूछा तो उन्होंने कहा कि ज्यादा चोट नहीं है। इधर, पुलिस घर की तलाशी लेकर निकल गई। उसने बालकनी में जाकर देखा कि एक काले रंग की गाड़ी में उसके पति को ले जाया जा रहा है। पूछने पर बताया कि उन्हें चोट लगी है, वे लोग अस्पताल ले जा रहे हैं। प्रेमा ने आरोप लगाया कि उसके पति को पुलिसवालों ने मार दिया है। उन्हें इतनी चोट नहीं लगी थी कि जान चली जाए।
उपायुक्त से गुहार, मेडिकल बोर्ड का गठन
मुंडा समाज के लोगों ने मृतक की पत्नी व अन्य रिश्तेदारों के साथ उपायुक्त से मिलकर ज्ञापन सौंपा। आरोप लगाया कि 11 जुलाई की रात दो बजे दबिश दी गई और कार्तिक मुंडा को पकड़कर सही सलामत पुलिस ले गई। बाद में परिजनों को पता चला कि उसकी मौत हो गई है। मामला संदिग्ध है, इसलिए शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जाए और आश्रित को मुआवजा मिले। उपायुक्त ने मेडिकल बोर्ड के गठन का निर्देश दिया।
कार्तिक पर एक दर्जन से अधिक मामले थे दर्ज
कार्तिक मुंडा पर एक दर्जन से अधिक हत्या, रंगदारी और फायरिंग के मामले दर्ज हैं। मूल रूप से तमाड़ निवासी कार्तिक मुंडा के पिता की टाटा स्टील में नौकरी थी। कार्तिक की पत्नी प्रेमा ने सोनारी थाने में शिकातय दी है कि उसके घर रात डेढ़ बजे दबिश दी गई। इस दौरान उसके पति को चोट आई। पति को लेकर पुलिस काले रंग की गाड़ी में जा रही थी। उसने साथ जाने की कोशिश की तो उसे धक्का दे दिया गया। सुबह उसके देवर अशोक मुंडा ने फोन किया कि पति की लाश टीएमएच में है। प्रेमा का आरोप है कि पति को पुलिसवालों ने गिरफ्तारी के बाद मार दिया। जिन पुलिसवालों ने मारा है, उसपर केस चले और गिरफ्तारी हो। पूर्वी सिंहभूम के ग्रामीण व सिटी एसपी ऋषभ गर्ग ने कहा, भागने के दौरान गिरने से कार्तिक मुंडा की मौत हो गई। मौके से ब्लड सैंपल लिया गया है। मेडिकल बोर्ड और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम होगा। इसकी वीडियो रिकार्डिंग भी होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो बातें आएंगी, उसके अनुसर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं सरायकेला के एसपी मुकेश लुणायत ने कहा, पुलिस टीम छापेमारी करने गई थी। इस दौरान वह बालकनी से भागा और पाइप के सहारे नीचे उतर रहा था कि गिरकर मौत हो गई। पुलिस उसे उठाकर टीएमएच ले गई, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उसकी विवेक हत्याकांड में तलाश थी।