प्रधानमंत्री के स्वागत सत्कार में आदिवासी संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी
श्योपुर
कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट का शुभारंभ करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कराहल में भी स्वसहायता समूहों की महिलाओं के सम्मेलन में भागीदारी करेंगे। यही वजह है कि आदिवासी विकासखंड मुख्यालय कराहल में हो रहे इस आयोजन में जहां प्रधानमंत्री के स्वागत सत्कार में आदिवासी संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी, वहीं अपने उत्पादों से प्रदेश और देश में पहचान बना रही समूह की महिलाओं के उत्पादों की भी प्रदर्शन लगेगी। इसके लिए श्योपुर से लेकर भोपाल तक के अफसर तैयारियों में जुटे नजर आ रहे हैं।
हालांकि अभी कार्यक्रम तय नहीं हुआ है,लेकिन बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री कराहल में लगभग एक घंटे से ज्यादा रहेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री का स्वागत के दौरान आदिवासी संस्कृति के रंग बिखरते नजर आएंगे। जिसमें श्योपुर की सहरिया जनजाति के दुलदुल घोड़ी लोकनृत्य और अन्य स्थानीय लोकनृत्यों के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों की आदिवासी लोकनृत्यों की प्रस्तुतियां होंगी। इसके लिए प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा तैयारियां की जा रही है। बताया गया है कि हेलीपेड से मंच स्थल तक पहुंचने के दौरान रास्ते में भी स्वागत के लिए आदिवासी लोक नृत्य चलते रहेेंगे, वहीं मंच पर भी लोकनृत्यों की प्रस्तुतियां चलती रहेंगी।
प्रधानमंत्री 15 मिनट रहेंगे प्रदर्शनी में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर जाने से पहले एक जिला एक उत्पाद के तहत स्वसहायता समूहों की महिलाओं द्वारा बनाए जाने वाले विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे। बताया जा रहा है कि लगभग 15 मिनट तक प्रधानमंत्री इस प्रदर्शनी में रहेंगे और उत्पादों से रूबरू होंगे। इसके लिए समूह की महिलाओं द्वारा इन उत्पादों की जानकारी, संबंधित जिला आदि की जानकारी देंगी।