बिहार-छपरा में पुलिस गाड़ी के चालक ने लगाई फांसी, आत्महत्या के कारण पता लगाने में जुटी पुलिस
छपरा.
छपरा के डोरीगंज थाने में उस समय अफरातफरी का माहौल बन गया जब अहले सुबह थाने के गाड़ी चालक ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने वाले सरकारी वाहन चालक की पहचान रोहतास जिले के डेहरी इंद्रपुरी गांव निवासी चंदन कुमार के रूप में की गई है। वहीं, आत्महत्या का मामला सामने आने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। हालांकि सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने प्रेम प्रसंग का मामला बता जांच शुरू करने की बात कही है।
थाना सूत्रों के मुताबिक, चंदन कुमार स्थानीय थाना क्षेत्र के भैरोपुर चौक के नजदीक बोलबम मेडिकल हॉल में बने मकान में किराए पर लगभग एक वर्ष से रहता था। बताया जा रहा है कि उसने शनिवार की रात कमरा बंद कर आत्महत्या करके अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस घटना की सूचना सुबह थानाध्यक्ष राहुल रंजन को तब लगी जब चंदन सुबह ड्यूटी पर नहीं पहुंचा। उसके बाद थाने के अधिकारी द्वारा चालक चंदन के मोबाइल पर कॉल किया गया, लेकिन फोन नहीं उठा। इसके बाद मौके पर पहुंचे अधिकारी और पुलिस ने उसके बंद कमरे के बाहर से आवाज लगाई, लेकिन फिर भी अंदर से कोई आवाज नहीं आई। उसके बाद अधिकारियों ने डोरीगंज थानाध्यक्ष राहुल रंजन को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष राहुल रंजन ने कमरे का दरवाजा तुड़वाया। तब देखा कि चालक चंदन कुमार अपने गमछे से गले में फंदा लगा सीलिंग में लगी कंडी में झूल रहा है।
वहीं, इसकी सूचना जब सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष को मिली तो उन्होंने डोरीगंज थाने आकर गहनतापूर्वक जांच कर आगे की कार्रवाई के लिए स्थानीय थानाध्यक्ष को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वहीं, एसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला प्रेम प्रसंग का लगता है। लेकिन मामले की गंभीरता से जांच के लिए फोरेंसिक टीम से जांच कराई जा रही है। जांच के बाद ही मामले की सत्यता का पता चल सकता है।
थानाध्यक्ष राहुल रंजन ने इस घटना की सूचना अपने वरीय अधिकारियों को दी। उसके बाद सदर एसडीपीओ राज किशोर सिंह दल बल के साथ घटनास्थल पहुंचे। जहां मामले की जांच करने के बाद बताया कि चालक द्वारा अपने बंद कमरे में आत्महत्या की गई है। लेकिन आगे विशेष रूप से जांच की जा रही है। पुलिस ने चालक के शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है।