चीन और पश्चिमी यूरोप के कई देशों में हीटवेव का अलर्ट, चेतावनी स्तर पर पहुंचा तापमान
नई दिल्ली
भारत में ही नहीं दुनिया के कई मुल्कों में गर्मी का प्रकोप जारी है। स्पेन और फ्रांस में बढ़ते तापमान का असर ब्रिटेन में भी महसूस किया जाने लगा है। बढ़ते तापमान के चलते ब्रिटेन राष्ट्रीय हीटवेव आपातकाल के कगार पर पहुंच गया है। भीषण गर्मी से निपटने के उपायों पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की बैठकें होने लगी हैं। ब्रिटेन में यह स्थिति फ्रांस और स्पेन में पड़ रही भीषण गर्मी के चलते आई है। सोमवार को मध्य स्पेन में 43 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया। इसके असर से इंग्लैंड और वेल्स में भी तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इसको देखते हुए एंबर हीट वार्निग जारी की गई है।
क्या है एंबर हीट वार्निग
गौरतलब है कि एंबर हीट वार्निग तब जारी की जाती है जब तापमान असाधारण रूप से बहुत अधिक होता है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। इसको देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय डाउनिंग स्ट्रीट में सोमवार को कोबरा की बैठक हुई। यह ब्रिटिश आपातकालीन परिषद है जिसकी बैठक संकट की स्थिति में होती है। इसमें इस बात पर गहन मंत्रणा की गई कि क्या मौसम विभाग द्वारा एंबर वार्निग जारी किए जाने के बाद ‘चौथे स्तर’ की राष्ट्रीय आपातकाल की चेतावनी जारी करने की जरूरत है। ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के अनुसार ‘चौथे स्तर’ का राष्ट्रीय आपातकाल तब घोषित किया जाता है जब गर्म मौसम इतना चरम पर पहुंच जाता है कि कमजोर के साथ ही ‘स्वस्थ और तंदरुस्त’ लोगों के बीमार पड़ने या उनकी मौत होने का खतरा पैदा हो जाता है। इससे स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही स्कूल, कालेज, पर्यटन उद्योग और परमाणु बिजली संयंत्रों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
चीन के कई शहरों में भीषण गर्मी का प्रकोप
चीन के कई शहर इन दिनों भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं। भयंकर गर्मी से बचने के लिए लोग अंडरग्राउंड शेल्टर्स में शरण लेने लगे है। मौसम विभाग ने चीन के 68 शहरों के लिए रेड अलर्ट जारी किया हुआ है। इसमें शंघाई, नानजिंग भी शामिल हैं। रेड अलर्ट एक थ्री टायर हीटवेव वार्निंग है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान दौरान इन शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को भी पार कर सकता है। शंघाई में करीब ढाई करोड़ लोगों को हीटवेव की मार सहने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
इसके साथ ही प्रशासन ने लोगों को जरूरी एहतियात बरतने को भी कहा है। 1873 में शंघाई का तापमान 15 दिनों के लिए 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया था। चीन के विभिन्न शहरों में जहां इस वर्ष भीषण गर्मी का प्रकोप चल रहा है, वहीं यहां के लोगों ने इस वर्ष कई जगहों पार बाढ़ को भी झेला है। देश के मौसम विभाग ने इसको क्लाइमेट चेंज का नाम देते हुए लोगों को कई चेतावनियां भी जारी की है। दक्षिण जियांगशी प्रांत में गर्मी की वजह से सड़क करीब 15 सेंटीमीटर तक उखड़ गई है। नानजिंग में लोगों ने गर्मी से चने के लिए शेल्टर्स में शरण ले रखी है। कभी ये शेल्टर्स युद्ध में बमबारी से बचने के लिए बनाए गए थे।