राजस्थान-टोंक के डिग्गी लक्खी मेले में दंडवत करते आए श्रद्धालु, बारिश में कम नहीं हुआ जोश
टोंक/अजमेर.
ऐतिहासिक डिग्गी कल्याण जी भगवान (श्री जी) के लक्खी मेले का गुरुवार देर शाम शाही ध्वज निशान चढ़ाने के साथ समापन हो गया। इस अवसर पर जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी समेत अन्य प्रमुख श्रद्धालुओं ने धोक लगाई। इस पाँच दिवसीय मेले में लगभग दस लाख श्रद्धालुओं ने डिग्गी कल्याण जी महाराज के दर्शन किए।
डिग्गी कस्बे में स्थित प्राचीन डिग्गी कल्याण जी महाराज के मंदिर में हर साल 11 से 15 अगस्त तक यह लक्खी मेला आयोजित होता है। इसमें प्रदेश सहित देशभर से श्रद्धालु पैदल, दण्डवत करते हुए श्री कल्याण जी के दर्शन के लिए आते हैं। सबसे बड़ी पदयात्रा जयपुर से आती है, जिसे शाही ध्वज निशान चढ़ाने के साथ मेले का आधिकारिक समापन किया जाता है। इस बार 59वीं लक्खी पदयात्रा गुरुवार शाम डिग्गी पहुँची। मंदिर से लगभग एक किलोमीटर पहले जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने केसरिया ध्वज को अपने हाथों में लेकर जुलूस का नेतृत्व किया। पदयात्रा के डिग्गी मंदिर पहुँचने के बाद गंगोत्री से लाए गए जल से श्री कल्याण जी महाराज का अभिषेक किया गया। इसके बाद शाही ध्वज निशान चढ़ाया गया और आरती की गई। जलदाय मंत्री ने कल्याण जी के दर्शन कर प्रदेश में खुशहाली की कामना की। पदयात्रा संघ के अध्यक्ष और संचालक श्रीजी शर्मा ने बताया कि पदयात्रा में लाखों श्रद्धालु पैदल और दंडवत करते हुए आते हैं और श्री कल्याण जी महाराज के दर्शन कर अपने जीवन में मंगल और खुशहाली की कामना करते हैं। इस दौरान पदयात्रा संचालक श्रीजी शर्मा, डिग्गी नायब तहसीलदार सूरज सिंह बैरवा, सरपंच प्रतिनिधि हकीम भाई, ग्राम विकास अधिकारी सुरेश चौधरी समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस मौके पर साध्वी वैभव श्रीजी, पूजा छाबड़ा, मनोज टाक, एएसपी रामकुमार कस्वा, डीएसपी महेंद्र कुमार मीणा और डिग्गी थाना प्रभारी कप्तान सिंह भी मौजूद रहे।