October 2, 2024

वाणिज्यिक कर विभाग के पंद्रह अधिकारी-कर्मचारी सालों से बिना बताए गायब

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भोपाल
वाणिज्यिक कर विभाग के अंतर्गत् पंजीयन, आबकारी विभाग के पंद्रह अधिकारी-कर्मचारी लंबे समय से बिना बताए कार्यालय से गायब है। इन्हें जो नोटिस भेजे जा रहे है वे भी सर्व नहीं हो पा रहे है। विभाग ने अब इनकी सेवाएं समाप्त करने की तैयारी कर ली है।

 प्राप्त जानकारी के मुताबिक वाणिज्यिक कर विभाग के जबलपुर वृत्त दो कार्यालय सहायक आयुक्त वाणिज्य कर  में पदस्थ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुखेन्द्र पटेल वर्ष 2005 से बिना बताए कार्यालय से अनुपस्थित चल रहा है।जबलपुर वृत्त दो कार्यालय सहायक आयुक्त कार्यालय में सहायक ग्रेड एक अमित गुप्ता वर्ष 2015 से कार्यालय से गायब है।  इसी कार्यालय का कर्मचारी भृत्य गनपत प्रसाद गौड़ वर्ष 2011 से गायब है। उप पंजीयक सागर अमित कुमार जैन वर्ष 2017 से अनुपस्थित है। इसके अलावा छिंदवाड़ा में पंजीयन लिपिक नखेपति नंदेश्वर  वर्ष 2019 से मेडिकल अवकाश की सूचना देकर गायब है। सहायक ग्रेड तीन रामकुमार धुर्वे, नर्मदापुरम में पदस्थ भृत्य इरशाद अहमद  वर्ष 2018 से अनुपस्थित है। सीधी में पदस्थ सहायक ग्रेड तीन  संतोष कटलाना वर्ष 2020 में तबादले के बाद कार्यभार ग्रहण करने ही नहीं आए। महेन्द्र सिंह ठाकुर भोपाल में उपायुक्त आबकारी कार्यालय में भृत्य के पद पर पदस्थ है। वह वर्ष 2018 से बिना बताए गायब है।  राजगढ़ में जिला आबकारी अधिकारी के कार्यालय में पदस्थ आबकारी आरक्षक शरद गवले वर्ष 2019 से अनुपस्थित है। नीमच में जिला आबकारी अधिकारी के कार्यालय में आबकारी आरक्षक के पद पर पदस्थ रिना भिड़े वर्ष 2021 से गायब है।

वाणिज्य कर आयुक्त इंदौर कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड एक अभिनव दीक्षित  वर्ष 2021 से अनुपस्थित है। वाणिज्य कर अधिकारी बुरहानपुर वृत्त में पदस्थ सहायक ग्रेड एक  अशोक माली वर्ष 2021 से गायब है।  वाणिज्य कर अधिकारी इंदौर वृत्त 15 में पदस्थ वाणिज्य कर निरीक्षक दीप्ती वर्ष 2015 से गायब है।  वाणिज्य कर अधिकारी कार्यालय में पदस्थ भृत्य एम रैना वर्ष 2018 से अनुपस्थित है।भाजपा विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने वाणिज्य कर विभाग से लंबे समय से गायब चल रहे अधिकारियों और कर्मचारियों की जानकारी मांगी है। सिसोदिया का कहना है कि ये कर्मचारी, अधिकारी लंबे समय से गायब है। ये जीवित है या मृत है यह भी पता नहीं है। उनका कहना है कि आखिर ये कहां गायब है। विभाग इनके निवास के पतों पर भी नहींं खोज पा रहा है। यदि ये नौकरी छोड़ गए है तो इनकी सेवाएं समाप्त की जाना चाहिए।

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