आजादी में जनजातीय वर्ग का योगदान महत्वपूर्ण और प्रेरणादायी-उप राष्ट्रपति धनखड़
भोपाल
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि अमर शहीद राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह की बलिदान भूमि जबलपुर में स्वयं को पाकर गर्व की अनुभूति कर हो रही है। उन्होंने कहा कि राजा शंकर शाह – कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस को वे कभी नहीं भूलेंगे। देश की आजादी में जनजातीय वर्ग की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। उप राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री चौहान के जनजातीय वर्ग के प्रति प्रेम और तड़प की मुक्त कंठ से सराहना की। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि जनजातीय वर्ग की युवा पीढ़ी को पूर्वजों के शौर्य, साहस और पराक्रम से अवगत कराना होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पेसा एक्ट का अंतिम ड्राफ्ट तैयार है। जल्द मध्यप्रदेश पेसा एक्ट लागू करने वाला अग्रणी राज्य होगा। भारिया जनजाति के 12 गाँव को हेबिटेट राइटस प्रदान किये गये हैं। प्रतिभाशली विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया।
उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में देश के सर्वोच्च पद पर पहली बार जनजातीय वर्ग की महिला का आसीन होना प्रदर्शित करता है कि देश बदल रहा है। उन्होने कहा कि जनजातीय वर्ग के वीरों और वीरांगनाओं द्वारा आजादी के लिये जगाई गई अलख की लौ स्वतंत्रता तक अनवरत जलती रही। जनजातीय वर्ग के रणबाँकुरों के बलिदान ने आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में तोप के मुँह पर भी राजा शंकर शाह – कुंवर रघुनाथ शाह का राष्ट्र-प्रेम के साथ बलिदान उच्च प्रतिमान स्थापित करता हैं। जनजातीय वर्ग की वीरांगना रानी दुर्गावती का देश-प्रेम और लोक-कल्याणकारी शासन प्रणाली प्रेरणादायी है।
उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि जनजातीय वर्ग के सर्वांगीण विकास के लिये मुख्यमंत्री चौहान का समर्पण ही उन्हें निरंतर कार्य करने प्रेरित करता है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रदर्शनी में प्रदर्शित की गई सभी योजनाओं को मुख्यमंत्री चौहान ने धरातल पर उतार दिया है। खेल, शिक्षा और नौकरी के क्षेत्र में जनजातीय वर्ग के लोगों ने अपनी प्रतिभा को प्रभावी रूप से प्रदर्शित किया है। मुख्यमंत्री चौहान के प्रयासों से आने वाले समय में और भी बेहतर नतीजे मिलेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जबलपुर में आजादी के अमृत महोत्सव में गुमनाम जनजातीय नायकों को पुन: प्रतिष्ठा दिलाने के लिये तैयार किया जा रहा संग्रहालय विश्व स्तरीय होगा। अगली बार जब भी आऊँगा, संग्रहालय में आना बहुत ही मार्मिक क्षण होगा।
उप राष्ट्रपति धनखड़ ने राजा शंकर शाह-कुंवर रघुनाथ शाह बलिदान दिवस कार्यक्रम में भारिया जनजाति के 12 ग्राम को हेबिटेट राइटस् प्रदान किये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अब इन ग्रामों के प्रबंधन की योजना भारिया जनजाति के लोग स्वयं बना कर कार्य संचालन करेंगे।
संकल्पित होकर सिकल सेल-एनीमिया के उन्मूलन के लिये करें कार्य
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि देश की युवा पीढ़ी को वीरों और वीरांगनाओं के बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिए। हमारा दायित्व है कि हम युवा पीढ़ी को अमर बलिदानियों के साहस, शौर्य और वीरता से अवगत कराएँ, जिनके अदम्य साहस से फिरंगी भी भयभीत रहते थे। राज्यपाल पटेल ने कहा कि हम अपनी युवा पीढ़ी में ऐसे संस्कार डालें कि वे वीरों के द्वारा बताये मार्ग पर अग्रसर हों।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि प्रदेश में अनुसचित जाति, जनजाति के सर्वांगीण विकास और कल्याण के लिए मुख्यमंत्री चौहान के प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान जनजातीय कल्याण के लिये हर संभव बेहतर प्रयास कर रहे हैं। राज्यपाल पटेल ने समाज के युवक-युवतियों से जनजातीय वर्ग में होने वाली अनुवांशिक बीमारी सिकल सेल-एनीमिया को समूल नष्ट करने के लिये आगे बढ़ कर कार्य करने का आहवान किया है। उन्होंने कहा कि इसके लिये संकल्पित होकर कार्य करना होगा। सिकल सेल-एनीमिया के उन्मूलन के लिये समय-समय पर लगने वाले केम्प में जनजातीय वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति को ले जाकर जाँच करवानी होगी और सरकार द्वारा किये जा रहे मुफ्त इलाज का लाभ दिलाना होगा।
राष्ट्र निर्माण के लिये जन-कल्याण में नहीं रहेगी कोई कमी – मुख्यमंत्री चौहान
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि जिस स्थान पर राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह ने बलिदान दिया है, उसी स्थान पर स्मारक का निर्माण किया जाएगा, जिसे पीढ़ियाँ याद रखेंगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिये जन-कल्याण में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। सरकार जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिये निरंतर कार्य कर रही है। इसी वर्ष पेसा एक्ट को लागू कर मध्यप्रदेश अग्रणी राज्यों में शामिल होगा। इससे जनजातीय वर्ग की जिंदगी को और सरल बनाया जा सकेगा। पेसा एक्ट का फाइनल ड्राफ्ट शीघ्र ही प्रकाशित किया जायेगा। प्राप्त दावे-आपत्तियों के निराकरण के बाद पेसा एक्ट को मध्यप्रदेश में लागू कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश के चिन्हित जनजातीय विकासखंडों में राशन दुकानों तक राशन परिवहन, जनजातीय युवाओं के माध्यम से करने का पायलट प्रोजेक्ट प्रारंभ होगा। इससे युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। अभी मुख्यमंत्री राशन-आपके द्वार योजना में 20 जिलों के 89 जनजातीय विकासखण्ड के 6 हजार 500 गाँव में 7 लाख 13 हजार परिवार को जनजातीय वर्ग के युवाओं के द्वारा गाड़ियों से राशन पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है।
वन समितियाँ और अधिक होंगी सशक्त
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वन समितियों को सरकार और अधिक अधिकार देकर सशक्त कर रही है। वन समितियाँ, प्रबंधन का कार्य करेंगी। तेंदूपत्ता संग्राहकों को 75 प्रतिशत और समितियों को 5 प्रतिशत लाभांश मिलेगा। इमारती लकड़ी से प्राप्त आय का 20 प्रतिशत वन समितियों को मिलेगा। जलाऊ लकड़ी, बाँस-बल्ली के विक्रय का अधिकार वन समितियों को ही दिया जाएगा। वन समितियों को अब तक 22 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है। सरकार ने 827 वन ग्राम को राजस्व ग्रामों में बदला है। प्रदेश में देवारण्य योजना में 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में औषधीय पौधों को लगाने का लक्ष्य रखा गया है। तीन लाख 83 हजार 284 हेक्टेयर में औषधीय पौधे लगाये जा चुके हैं। चिन्हित विकासखंडों की ग्राम सभाओं को तेंदूपत्ता तोड़ने और विक्रय करने का अधिकार दिये जाने संबंधी पायलट प्रोजेक्ट इसी वर्ष प्रारंभ किया जाएगा।
गाँव-गाँव मनेगा जनजातीय गौरव दिवस
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गत वर्ष बलिदान दिवस कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में लिये गये निर्णय अनुसार छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम राजा शंकर शाह-रघुनाथ शाह कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश रहेगा। प्रदेश के गाँव-गाँव में जनजातीय गौरव दिवस समारोह पूर्वक मनाया जायेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सिकल सेल-एनीमिया को दूर करने के लिये 2 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट चलाया गया है, शीघ्र ही सभी जिलों में सर्वे करवाया जायेगा। बीमारी का उपचार सरकार नि:शुल्क करवाएगी।
प्रतिभाशाली विद्यार्थी सम्मानित
उप राष्ट्रपति धनखड़ ने राज्यपाल पटेल, मुख्यमंत्री चौहान के साथ आकांक्षा योजना में प्रशिक्षण प्राप्त कर नीट की परीक्षा में सफलता हासिल करने वाली भारिया जनजाति की कु. वर्षा उइके और कु. भावना चंदनिया, जेईई एड्वांस में सफल होने वाले आदित्य कवरेती, कु. मेघा, शिवकुमारी बैगा, क्लेट की परीक्षा में सफल होने वाली बबीता बघेल और कु. शारदा पाल को सम्मानित किया। कार्यक्रम में अन्य हितग्राहियों को भी हितलाभ प्रदान किये गये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों को बेहतर प्रशिक्षण के लिये सरकार द्वारा आकांक्षा योजना संचालित की जा रही है।
केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह, वन मंत्री कुंवर विजय शाह, सांसद बीडी शर्मा, सांसद राकेश सिंह, राज्य सभा सांसद सुमित्रा बाल्मिक, राज्य सभा सांसद श्रीमती सम्पतिया उइके सहित अन्य जन-प्रतिनिधि मंचाशीन थे।
10 हजार लाख रुपये से अधिक के विकास कार्यों का हुआ भूमि-पूजन और लोकार्पण
उप राष्ट्रपति धनखड़ ने रिमोट दबा कर जबलपुर जिले सहित संभाग के बालाघाट, मंडला, छिंदवाड़ा एवं सिवनी जिले के कुल 18 छात्रावास, शाला परिसर तथा अन्य शासकीय भवनों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया।
उप राष्ट्रपति ने जबलपुर के 250-250 लाख रूपये लागत के पोस्ट मेट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विश्व विद्यालय केम्पस, प्री-मेट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास सिहोरा का लोकार्पण तथा 206 लाख 50 हजार रूपये लागत के अनुसूचित जनजाति महाविद्यालयीन बालक छात्रावास आधारताल का भूमि-पूजन किया। बालाघाट के 2775 लाख 91 हजार रूपये की ग्राम परसवाड़ा कन्या शाला परिसर तथा 220 लाख 80 हजार रूपये लागत के ग्राम मोहनपुर में सीनियर कन्या छात्रावास का लोकार्पण, मंडला के 336 लाख 55 हजार रूपये लागत के सौ सीटर संयुक्त बालक छात्रावास, 354 लाख 52 हजार रूपये लागत के सौ सीटर संयुक्त कन्या छात्रावास मंडला तथा 205 लाख 50 हजार रूपये लागत के 50 सीटर आदिवासी कन्या छात्रावास बिछिया का लोकार्पण , छिंदवाड़ा जिले में 333 लाख 31 हजार- 333 लाख 31 हजार रूपये लागत के आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास चावल पानी, आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास झिरपा तथा आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास रातमाटी तथा 206 लाख 50 हजार रूपये लागत के जुन्नारदेव, 337 लाख 94 हजार रूपये लागत के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जुन्नारदेव, 337 लाख 94 हजार रूपये लागत के नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन कुकरपानी का भूमिपूजन तथा 360 लाख रूपये लागत के विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए सर्वसुविधायुक्त कंप्यूटर कौशल विकास केन्द्र का लोकार्पण किया। इसी तरह सिवनी जिले के 2746 लाख 94 हजार रूपये लागत के कन्या शिक्षा परिसर सिवनी, 205 लाख 50 हजार- 205 लाख 50 हजार रूपये लागत के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोड़ियामाल तथा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बोरिया का लोकार्पण किया।