झारखंड-देवघर में रेलवे कर्मचारी से तीन लाख रुपए ठगे, ठगों ने लाखों रुपए मिलने का दिया झांसा
देवघर.
झारखंड में एक सरकारी कर्मचारी को साइबर ठगों ने अपनी बातों में फंसा लिया। घर बैठे-बैठे लाखों रुपए कमाने का लालच देकर ठगों ने पैसे ऐंठ लिए। दरअसल, रेलवे टेक्नीशियन विष्णु मरांडी को साइबर अपराधियों ने झांसे में लेकर तीन लाख रुपए की ठगी की। पीड़ित ने रविवार को साइबर थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए आवेदन दिया है।
विष्णु मरांडी मूल रूप से जसीडीह थाना के सिमरा झुमरबाद का रहने वाले हैं। वर्तमान में वह रेलवे आसनसोल मंडल में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत हैं। कुछ दिन पहले उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें कॉलर ने खुद को एक ऑडिट कंपनी का अधिकारी बताया। कॉलर ने फोन पर कई जानकारियां साझा कीं और पार्ट-टाइम जॉब के बारे में बताया, जिसमें घर बैठे काम कर लाखों रुपए महीना कमाने का ऑफर दिया। इस प्रस्ताव को सुनकर विष्णु मरांडी ने काम करने की सहमति दे दी। इसके बाद, उन्हें एक ऑनलाइन फॉर्म भेजा गया जिसे उन्होंने भरकर कंपनी के अधिकारी को भेज दिया। अगले दिन उन्हें कंपनी में जॉइनिंग का संदेश मिला और काम देने का आश्वासन दिया गया।
लालच में आकर गंवा दी मोटी रकम
शुरू में उन्हें 2-3 हजार रुपए प्रतिदिन का भुगतान किया गया, जिससे वह इस फर्जी स्कीम के जाल में फंसते चले गए। आगे चलकर, अपराधियों ने एक और कंपनी के बारे में बताया। जिसमें रुपए निवेश करने के लिए कहा। झांसे में आकर, विष्णु मरांडी ने तीन लाख रुपए एक वेबसाइट पर निवेश कर दिए। इसके बाद, वेबसाइट और कंपनी का संपर्क बंद हो गया। जब उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की, तो उन्हें कहा गया कि साइट जल्द ही खुल जाएगी और अगले 5 दिनों में उनके पैसे वापस मिल जाएंगे। पांच दिन के इंतजार के बाद, जब उन्होंने दोबारा संपर्क किया, तो उन्हें फिर से तीन लाख रुपए और निवेश करने को कहा गया। तब जाकर उन्हें समझ में आया कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुके हैं। इसके बाद उन्होंने साइबर थाने में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
सरकारी योजनाओं पर करते थे ठगी
जानकारी का दुरुपयोग कर लोगों को ठगने की यह घटना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है। पुलिस ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। इन आरोपियों की अन्य आपराधिक गतिविधियों की जानकारी जुटाने की प्रक्रिया जारी है। जांच के पूरा होने और आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई के बाद इस मामले की आगे की जानकारी सार्वजनिक की जाएगी। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की ठगी का शिकार होने से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।