बिहार-समस्तीपुर में साइकिल सवार शिक्षक को हाईवा ने कुचला, लोगों ने सड़क पर किया बवाल
समस्तीपुर.
समस्तीपुर जिले के सिंघिया थाना क्षेत्र के सिंघिया बाजार के कलाली चौक के पास बुधवार देर शाम सड़क हादसे में एक शिक्षक की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक शिक्षक की पहचान थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बोरही में कार्यरत शिक्षक सिद्धेश्वर पंडित के रूप में की गई है। शिक्षक साइकिल से सब्जी खरीदने के लिए बाजार जा रहे थे।
घटना की सूचना पर आक्रोशित लोगों ने शव के साथ सड़क जाम कर दिया। जिससे मध्य रात्रि तक इस सड़क पर वाहनों का आवागमन ठप रहा। जिसे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। काफी देर बाद स्थानीय पुलिस और जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप पर सड़क जाम समाप्त हुआ। बाद में पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए रात सदर अस्पताल भेजा।
मुआवजे की मांग कर रहे हैं परिजन
बताया गया कि मृतक शिक्षक शेखपुरा जिला के रहनेवाले थे, जो 2013 ई से ही प्राथमिक विद्यालय बोरही में कार्यरत हैं। वह किराये मकान लेकर अपने परिवार के साथ सिंघिया में रह रहे थे। देर शाम शाम विद्यालय से आने बाद साइकिल से सब्जी खरीदने जा रहे थे इसी दौरान तेज गति से आ रही हाईवा उन्हें कुचल डाला। इससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना के बाद भाग रहे हाईवा चालक को लोगों ने खदेड़ कर पकड़ लिया जिसे बाद में पुलिस के हवाले कर दिया गया। सड़क जाम कर रहे लोग पीड़ित परिवार को उचित मुआवजे की मांग कर रहे थे। उधर पुलिस द्वारा घटना की जानकारी उनके शेखपुरा स्थित परिवार के अन्य लोगों को दी गई है।
तेज गति से वाहन का करते हैं परिचालन
सड़क जाम कर रहे लोगों का कहना था कि बाजार की सड़क काफी संकीर्ण है। इसके बावजूद वाहन चालक काफी तेज गति से वाहनों का परिचालन करते हैं। इस कारण आए दिन लोग हादसे की शिकार हो रहे हैं। चौक चौराहों पर पुलिस भी नहीं रहती ब्रेकर भी नहीं बनाया गया है। लोगों ने जगह-जगह ब्रेकर बनाए जाने के साथी चौक चौराहा पर पुलिस की तैनाती की मांग की है।
पुलिस पदाधिकारी ने क्या कहा
घटना की सूचना पर पहुंचे थाना अध्यक्ष विशाल कुमार ने काफी मन-भवन के बाद लोगों को समझा बुझाकर सड़क जाम समाप्त कराया। उन्होंने बताया कि वहां को जब्त कर लिया गया है शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है घटना को लेकर एक प्राथमिक की दर्ज की जाएगी। शिक्षक नेता कृष्ण कुमार सिंह, राजू सिंह, राकेश सिंह, कुंदन सिंह समेत सैकड़ों की संख्या में शिक्षक घटनास्थल पर पहुंचकर गहरी संवेदना की।