राजस्थान-चित्तौड़गढ़ में चांदी के रथ पर विराजे भगवान को खींचेंगे श्रद्धालु, सांवलियाजी का तीन दिवसीय मेला 13 से
चित्तौड़गढ़.
मंदिर मण्डल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार ने बताया कि 13 सितंबर को दोपहर 12.15 बजे मेले का शुभारंभ होगा। दोपहर 2 बजे श्री सांवलिया सेठ की विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी तथा रात्रि 9 बजे अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन का आयोजन होगा।
इसमें सुरेंद्र शर्मा, अरुण जेमिनी, जानी बैरागी, सत्यनारायण सतन, विवेक पारीक, भुवन मोहनी एवं विष्णु सक्सेना सहित विभिन्न कविगण काव्य पाठ करेंगे। मेला ग्राउंड के मीरा रंगमंच पर भव्य भजन संध्या व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें तारक मेहता के उल्टा चश्मा के फेम तनमय बकरिया (बागा) एवं हिमांशु बवंडर सहित विभिन्न कविगण प्रस्तुति देंगे। यह कार्यक्रम रेफरल चिकित्सालय के पास बाईपास स्टेज पर होगा। रात्रि 9 बजे से भजन संध्या एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन मेला ग्राउंड मीरा रंगमंच एवं गोवर्धन रंगमंच स्टेज पर आयोजित होगा।
उड़ेगी गुलाल, हेलीकॉप्टर से होगी पुष्प वर्षा
इसी प्रकार मेले के मुख्य दिवस 14 सितंबर को दोपहर 12 बजे श्री सांवलिया सेठ की विशाल रथयात्रा मंदिर परिसर से रवाना होगी, जो सांवलिया सरोवर पर जाएंगे। भगवान को चांदी के रथ पर बिराजमान कर नगर भ्रमण होगा। वहीं श्रद्धालु इस रथ को खींचेंगे। भगवान के चांदी के रथ में बिराजमान कर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। शोभायात्रा में विभिन्न प्रकार की अलग-अलग झांकियां होगी, जो आकर्षण का केन्द्र बनेगी। रात 8 बजे शोभायात्रा के समापन पर भव्य आतिशबाजी होगी। रात्रि 9 बजे भजन संध्या एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन मेला ग्राउंड मीरा रंगमंच गोवर्धन रंगमंच पर होगा। कार्यक्रम में राज पारीक, छोटू सिंह रावणा एवं सवाई भाट द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। वहीं, अलग-अलग मंच पर पूजा नाथानी, सुरभि चतुर्वेदी एवं भगवत सुथार मय दल अपनी परिस्थितियों देंगे।
सांस्कृतिक संध्या के साथ होगा समापन
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बताया कि मेले के अंतिम दिन 15 सितंबर को समापन समारोह एवं सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। इसके बाद दिव्यांग जन को मोटर राइजल्ड व प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। भव्य रंगारंग आतिशबाजी के साथ मेले का समापन होगा।