बिहार-समस्तीपुर में तेजस्वी ने अपने ही विधायकों को दी नसीहत, कार्यकर्ताओं ने की थी फोन न उठाने की शिकायत
समस्तीपुर.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने ही दो विधायकों को नसीहत दे दी है। इन दोनों ने खिलाफ कार्यकर्ताओं ने शिकायत की थी। बताया जा रहा है कि आभार यात्रा के दौरान समस्तीपुर में कार्यकर्ता से सीधा संवाद कार्यक्रम में पहले दिन उजियारपुर संसदीय क्षेत्र के राजद विधायक आलोक कुमार मेहता और रणविजय साहू पर कार्यकर्ताओं ने कई आरोप लगाए। तेजस्वी यादव के सामने कार्यकर्ताओं ने खुलकर अपनी भड़ास निकाली। कहा कि काम तो दूर विधायक जी फोन तक नहीं उठाते।
तेजस्वी ने इसके बाद दोनों विधायक को नसीहत देते हुए कहा कि कार्यकर्ता सर्वोपरि है। उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करें। जन संवाद कार्यक्रम के दौरान पहले दिन उजियारपुर संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से तेजस्वी यादव सीधा संवाद कर रहे थे। बंद कमरे में हो रहे इस सीधा संवाद में जो बात अंदर से बाहर आ रही है। जनसंवाद कार्यक्रम के बाद बाहर निकले कार्यकर्ताओं ने बताया कि लोगों ने अपनी अपनी समस्याएं रखी है। चुकी इलाके में कोई समस्या होती है तो अपने विधायक को फोन किया जाता है लेकिन वह फोन नहीं उठाते, न हीं उसका रिप्लाई देते हैं जिससे कार्यकर्ता क्षेत्र में अकेलापन महसूस करते हैं। अधिकारी भी बात नहीं मानते। अब ऐसी स्थिति में वह अकेला पड़ जाते हैं। फिर जन आधार कैसे बढ़ पाएगा।
मुख्यालय से मॉनिटरिंग पर भी दिया जोर
संवाद कार्यक्रम के दौरान कई कार्यकर्ताओं ने पंचायत कमेटी के लोगों का मान सम्मान सही से नहीं करने का भी सवाल उठाया। लोगों का कहना था कि पंचायत कमेटी की भी मॉनिटरिंग मुख्यालय से होनी चाहिए क्योंकि इसकी मॉनिटरिंग जिला कमेटी करती है तो पंचायत के लोगों को वैसा मान सम्मान नहीं मिलता है। महीने में एक बार मुख्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पंचायत के कमेटी से भी बातचीत होनी चाहिए।
कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करेंगे तेजस्वी
कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के दूसरे दिन आज बुधवार को तेजस्वी यादव समस्तीपुर संसदीय क्षेत्र के समस्तीपुर, कल्याणपुर वारिसनगर, रोसरा विधानसभा क्षेत्र के प्रखंड अध्यक्ष पंचायत अध्यक्ष जिला कमेटी सदस्य के साथ ही प्रकाष्टों के अध्यक्षों के साथ सीधा संवाद करेंगे। इस संसदीय क्षेत्र में सिर्फ समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र में ही राजद एक विधायक हैं। इस क्षेत्र में संगठन को मजबूती प्रदान करना अहम सवाल है। इस संसदीय क्षेत्र के समस्तीपुर छोड़ सभी सीटों पर अभी एनडीए का कब्जा है।