November 25, 2024

जॉब में प्रमोशन नहीं मिलने से नाराज बॉस के पूरे परिवार को उतारा मौत के घाट

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ह्यूस्टन

आठ साल पहले अमेरिका के ह्यूस्टन में अपने बॉस समेत पूरे परिवार की हत्या करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है। ह्यूस्टन क्रॉनिकल के अनुसार, फेंग लू को चीन से आने के कुछ ही समय बाद 11 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। फेंग लू ने अपने बॉस माओय और उसके परिवार के चार अन्य सदस्यों की 30 जनवरी, 2014 को हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस हत्याकांड का अब खुलासा किया है। पता लगा है कि जॉब में प्रमोशन नहीं मिलने से नाराज फेंग लू ने अपने बॉस की परिवार समेत हत्या कर दी थी। सभी के शव बेडरूम में खून से लथपथ पाए गए थे। सभी को गोली मारी गई थी।

ह्यूस्टन पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 30 जनवरी साल 2014 को माओय सन (50), मेईक्सी सन (49), टिमोथी सन (9) और टाइटस सन (7) के शव बेडरूम में पाए गए थे। सभी की गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस ने अब हत्या के पीछे की वजह का खुलासा किया है। पुलिस ने कहा कि फैंग लू की गिरफ्तारी के बाद पूरे परिवार की हत्या पर से पर्दा खुल गया है। 58 वर्षीय फेंग लू का अपने कर्मचारियों के साथ व्यवहार थोड़ा अजीब था। वह इस बात को लेकर काफी तनाव में था कि ऑफिस में उसके रिपोर्टिंग मैनेजर माओय ने उसके प्रमोशन की सिफारिश नहीं की।

पुलिस द्वारा दायर अदालती दस्तावेजों के अनुसार, फेंग कंपनी के अनुसंधान और विकास अनुभाग में अपना ट्रांसफर चाहता था। इसके लिए माओय द्वारा उसे रिकमेंट दिया जाता तो उसका काम बन जाता लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। फेंग यू ने अपने कबूलनामे में पुलिस को बताया कि जब वह ऑफिस पहुंचा तो उसके सहकर्मियों का उसके साथ व्यवहार थोड़ा अजीब है। उसे संदेह हुआ कि माओय ने अन्य लोगों के पास उसकी चुगली की है।

ह्यूस्टन क्रॉनिकल द्वारा प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार, उन्होंने आगे सोचा कि शायद यही कारण है कि उन्हें पदोन्नति नहीं मिली। जांचकर्ताओं को फेंग यू के पास से हत्या में प्रयुक्त बंदूक भी मिल गई है। उसकी पत्नी ने जांचकर्ताओं को बताया कि फेंग का माओ से प्रमोशन को लेकर विवाद था। जांचकर्ताओं द्वारा उसे बताए जाने के बाद कि फैंग ने एक बन्दूक खरीदी थी।

द डेली बीस्ट के अनुसार, फोरेंसिक टीम ने जब माओ के घर से नमूनों की जांच की तो वो फेंग यू से मेल खा गए। जब तक जांचकर्ता फेंग यू को धर पाते, तब तक वह अपने घर चीन लौट चुका था। लेकिन, जैसे ही आठ साल बाद वो वापस आया तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

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