इमारत के मलबे से 30 घंटे बाद जिंदा निकली 4 महीने की बच्ची
अम्मान
एक बड़ी अच्छी कहावत है 'जाको राखे साइयां मार सके न कोय' इस कहावत का अर्थ है कि, जिस पर ईश्वर की कृपा दृष्टि होती हैं उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता हैं. यह कहावत इन दिनों एक चार महीने की बच्ची के ऊपर एक दम ठीक बैठ रही है, जिसे धराशाही हुई बहुमंजिला इमारत के मलबे में से 30 घंटे बाद जिंदा बाहर निकाला गया.
दरअसल, बीते मंगलवार (13 सितंबर) जॉर्डन में अम्मान के Jabal al-Weibdeh में एक चार मंजिला रिहायशी बिल्डिंग भरभराकर गिर गई. इस हादसे में कई लोग मलबें में फंस गए, तो कईयों की मलबे में दबने से मौत हो गई, लेकिन वहीं पर मौजूद एक चार महीने की बच्ची का बाल भी बांका नहीं हुआ. बताया जा रहा है कि, इमारत गिरने के करीब 30 घंटे बाद मलबे से चार महीने की बच्ची को जिंदा बाहर निकाला गया, जिसे देखकर हर कोई हैरान था और मन ही मन ऊपर वाले को धन्यवाद दे रहा था.
हैरानी की बात थी कि एक दिन से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी मलबे में दबी इस चार महीने की बच्ची के जिंदा बाहर निकलने के बाद हर कोई इसे किसी 'चमत्कार' से कम नहीं समझ रहा है. बताया जा रहा है कि, बच्ची के बाहर निकलते ही उसे तत्काल इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. कहा जा रहा है कि अब बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है. वहीं अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
वायरल हो रहे इस वीडियो में देखा जा सकता है कि, कैसे बचावकर्मी बच्ची को मलबे से बाहर निकालते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में दिख रही बच्ची का नाम मलक बताया जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि, जिस समय यह हादसा हुआ उस समय बच्ची बिल्डिंग के बेसमेंट में थी, यही वजह है कि वह बाल-बाल बच गई, नहीं तो उसे गंभीर चोटें आ सकती थीं.
बताया जा रहा है कि, बच्ची की मां ने उसे अपनी एक दोस्त के साथ बिल्डिंग के बेसमेंट में छोड़ा था, क्योंकि वो खुद एक ऑर्डर डिलीवर करने जा रही थी. कहा जा रहा है कि, महिला के जाने के थोड़ी देर बाद ही ये हादसा हो गया.