अंचल के कई जिलों में छाए बादल
ग्वालियर
मानसून में बरसात की दृष्टि से सबसे मजबूत आसार वाले जुलाई और अगस्त के महीने कमजोर गुजरने के बाद अब सितंबर की बारिश ने सारी कसर पूरी कर दी है। आज सुबह तक ग्वालियर में 718 मिलीमीटर से अधिक बरसात होने के बाद अब भी अंचल के अनेक जिलों में बादल छाए हुए हैं। इस बीच ग्वालियर सहित आसपास के कई क्षेत्रों में आज भी बरसात होने की संभावना बनी हुई है।
वर्तमान मौसम परिस्थितियों को देखते हुए आने वाले 48 घंटों के दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग के विभिन्न जिलों में कहीं-कहीं बरसात हो सकती है। साथ ही कई स्थानों पर बूंदाबांदी होने के आसार अभी और दो-तीन दिन तक बने सकते हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की नवीनतम जानकारी के अनुसार मानसून की वापसी 17 सितंबर की अपनी सामान्य तिथि से तीन दिन बाद शुरू हुई। बता दें कि देश में साल भर में होने वाली बारिश का 70 प्रतिशत हिस्सा मानसून के दौरान होने वाली बरसात का होता है। इस मामले में ग्वालियर और चंबल संभाग इस बार काफी पिछड़े हुए थे।
मौसम विभाग के अनुसार अभी 23 सितम्बर को भी कई इलाकों में विदाई वाला मानसून अपना रंग दिखा सकता है। ऐसे में आने वाले 24-48 घंटों के दौरान अंचल में अधिकांश से अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश एवं आकाशीय बिजली और वज्रध्वनि के साथ वाली आंधी की संभावना है। वहीं 29 सितम्बर तक मध्यप्रदेश में अधिकांश से अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा गतिविधियां जारी रहने के बाद शुष्क मौसम की संभावना है।
वर्तमान मौसम परिस्थितियां
- हालांकि निम्न दबाव का क्षेत्र अब कम चिह्नित हो गया है लेकिन संबंधित चक्रवाती परिसंचरण निहित है एवं उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर मध्य क्षोभमंडल स्तर तक औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
- एक ट्रफ रेखा उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी से उड़ीसा, छत्तीसगढ़, उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर स्थित चक्रवाती परिसंचरण के आर-पार होती हुई मध्य राजस्थान तक जा रही है।
- औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर अपनी धुरी के साथ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में पश्चिमी विक्षोभ मोटे तौर पर 70 डिग्री देशांतर एवं 28 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में बना हुआ है।
- इस बीच 23 सितम्बर के दौरान मध्यप्रदेश में अधिकांश से अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कहीं-कहीं भारी वर्षा एवं आकाशीय बिजली और वज्रध्वनि के साथ वाली आंधी चलने की संभावना है।
- ऐसे में 29 सितम्बर तक मध्यप्रदेश में अधिकांश/अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा गतिविधियों की तथा इसके बाद शुष्क मौसम रहने की संभावना है।