सुख-दुख आता जाता है, हर हाल में खुश रहें-राष्ट्रसंत ललितप्रभ
रायपुर
सकल जैन समाज रायपुर (पश्चिम) के तत्वाधान में आज से 25 सितंबर तक आयोजित विराट प्रवचन माला जीने की कला में शनिवार को राष्ट्र संत श्री ललितप्रभ सागर जी ने बताया कि सुख-दुख तो जीवन में आता जाता रहता है, लेकिन हमें हर हाल में खुश रहना है, उन्होंने बताया कि हमेशा दोनो कदम एक साथ आगे नही आते कभी सीधा कदम आगे आता है तो कभी उल्टा कदम, यही जीवन का चक्र है कभी सुख तो कभी दुख।
हमें हमेशा आह जिंदगी नही वाह जिंदगी करनी चाहिए। जीवन में जो मिला है उसका आनंद लों, जो नही मिला मिला उसे मत याद करों, तुम कर्म करते जाओं फल की चिंता मत करों। अमीर व्यित हो या गरीब स्वर्ग किसी को भी मिल सकता है। जरूरी नही की खुशियां अमीरों के बंगले में हो गरीब की झोपड़ी में भी खुशियां रहती है। आप जिससे भी मिलों वह आपसे खुश रहे, आप ऐसा बर्ताव ना करों जिससे आपसे लोग दुखी हो। आप यदि किसी का भला नही कर सकते तो किसी का बुरा भी नही करना चाहिए। आपको हमेशा निगेटिविटी में भी पॉजिविटी सोचना चाहिए, अपनी हार में आपकों अपनी जीत खोजनी चाहिए।
उत जानकारी देते सकल जैन समाज रायपुर (पश्चिम) के पीआरओ चित्रांक चोपड़ा ने देते हुए बताया कि मैक कॉलेज आॅडिटोरियम में रविवार को भी प्रवचन प्रात: 9 बजे से 10.30 बजे तक रखा गया है। सकल जैन समाज रायपुर (पश्चिम) के अध्यक्ष-योगेन्द्र भंडारी, उपाध्यक्ष-राजकुमार बैद, सचिव-संजय गंगवाल व कोषाध्यक्ष देवानंद बरडि?ा ने सभी से सपरिवार अधिकाधिक संख्या में उपस्थि होने की अपील की है।