स्वजन अंतिम संस्कार नहीं करने पर अड़े, श्रीनगर में भारी जनाक्रोश, रखीं ये चार मांग
श्रीनगर गढ़वाल
यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत गंगा भोगपुर में स्थित रिसॉर्ट में कार्यरत रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी को आज रविवार को नम आंखों से विदाई दी जानी है। लेकिन उसके स्वजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है। अंकिता हत्याकांड को लेकर लोगों में गम व गुस्सा बरकरार है। श्रीनगर में अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग को लेकर लोगों ने बदरीनाथ हाईवे जाम किया। अंकिता के स्वजन ने भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही अंतिम संस्कार करने की बात कही है। मोर्चरी के बाहर लोगों ने हंगामा किया।
पुलिस प्रशासन की वार्ता विफल, रखी चार मांगे
पुलिस प्रशासन ने अंकिता के पिता वीरेन्द्र सिंह भंडारी से बात की, लेकिन उनकी वार्ता विफल रही। वहीं अंकिता के पिता ने लोगों से अपील की वह प्रदर्शन के दौरान सड़कें जाम न करें। इस दौरान उन्होंने भीड़ से पूछा कि क्या किया जाए तो लोगों ने कहा कि मांगे पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने चार मांगे रखीं। उन्होंने कहा कि अंकिता की फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। आरोपितों को फांसी दी जाए। अंकिता के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए।
अंकिता के शव को अभी श्रीनगर मोर्चरी में रखा गया है। अंतिम संस्कार करवाने को लेकर उपजिलाधिकारी अजयबीर सिंह की स्वजन व प्रदर्शनकारियों से बातचीत जारी है। दूसरी ओर अवैध व पंजीकरण के बिना चल रहे रिजार्ट को लेकर पूरे प्रदेश में जांच जारी है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग
वहीं श्रीनगर में भारी संख्या में लोग प्रदर्शन के लिए पहुंचे। इस दौरान अंकिता के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने और हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर आक्रोशित जनता ने नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। श्रीनगर में मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी के पास आक्रोशित जनता ने नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। प्रदर्शन में विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ ही व्यापारी और बुजुर्ग तथा बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। श्रीनगर और श्रीकोटगंगानाली के बाजार भी बंद हैं।
रिसॉर्ट के बैकग्राउंड का विश्लेषण कर रही एसआइटी
एसआइटी इंचार्ज पीआर देवी ने बताया है कि उन्होंने रिसॉर्ट के कर्मियों को पुलिस स्टेशन बुलाया है। हम हर एक के बयान दर्ज करेंगे। हम रिसॉर्ट के बैकग्राउंड का विश्लेषण कर रहे हैं। अंकिता के वाट्सएप चैट्स की भी जांच की जा रही है।
पुलिस ने पैतृक घाट में सुरक्षा व्यवस्था बनाई
रविवार को श्रीनगर में पैतृक घाट में अंकिता का अंतिम संस्कार किया जाना है। जिसे लेकर यहां पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं प्रदेश भर में अंकिता हत्याकांड से आक्रोश है। जगह-जगह धरने और प्रदर्शन हो रहे हैं। उत्तराखंड की बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए हाथ उठ रहे हैं। इसे देखते हुए पुलिस ने पैतृक घाट में सुरक्षा व्यवस्था बनाई हुई है। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद एम्स ऋषिकेश से अंकिता भंडारी का शव शाम लगभग सात बजे श्रीनगर पहुंचा। देर हो जाने के कारण स्वजन ने मृतका का अंतिम संस्कार रविवार को आइटीआइ के पास स्थित पैतृक घाट पर करने का फैसला किया। प्रशासन ने अंकिता के शव को बेस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। आइटीआइ घाट के साथ ही मोर्चरी पर भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह स्वयं व्यवस्थाओं पर निगरानी रखे हुए हैं।
श्रीनगर में पुलिस बल तैनात
इससे पूर्व प्रशासन को दोपहर बाद जैसे ही अंकिता का अंतिम संस्कार श्रीनगर में करने की सूचना मिली, तो उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह ने नगर निगम की टीम के साथ तुरंत आइटीआइ घाट पहुंचकर वहां की व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करवाया। पुलिस बल भी तैनात रहा।
शाम का समय होने पर उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह ने नेशनल हाईवे से घाट तक बिजली की रोशनी की अतिरिक्त व्यवस्था भी सुनिश्चित करवाई। दोपहर बाद तीन बजे से ही नगर निगम के अधिकारियों और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ उपजिलाधिकारी घाट पर मौजूद रहे। शाम लगभग सात बजे अंकिता का शव एंबुलेंस से श्रीनगर पहुंचा। देर होने के कारण उपजिलाधिकारी ने शव को बेस अस्पताल स्थित मोर्चरी में रखवा दिया था।
भाजपा नेता के पुत्र के रिसार्ट में काम करने वाली रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या को लेकर ऋषिकेश में उबाल है। विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने घाट चौराहा पर जाम लगाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।उपस्थित लोगों ने भाजपा नेता विनोद आर्य के पुत्र पुलकित आर्य सहित तीनों आरोपितों को फांसी की सजा देने की मांग की हैं।
कहा कि सरकार इस मामले की फास्ट ट्रैक पर सुनवाई कर अंकिता भंडारी के परिवार को न्याय दिलाए। सूचना पाकर उप जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि सैनी यहां पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बात की। करीब एक घंटा जाम लगाने के बाद जाम खोल दिया गया।