गौरव दिवस आयोजन में हर वर्ग को विभिन्न विधाओं के माध्यम से जोड़ने के प्रयास किये गये
रीवा नगर गौरव दिवस का भव्य आयोजन संपन्न
रीवा
रीवा नगर गौरव दिवस आज 25 सितंबर को गरिमामय ढंग से भव्यता के साथ मनाया गया। स्थानीय कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम में जिला प्रशासन एवं नगर निगम रीवा के संयोजकत्व में आयोजित भव्य आयोजन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम ने कहा कि गौरव दिवस का आयोजन आने वाली पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक धरोहरों एवं विकास के आयामों को परचित कराने का माध्यम बनेगा। हमे अपनी सांस्कृतिक पहचान को जानने के साथ ही महापुरूषों के योगदान को भी स्मरण रखना जरूरी है क्योकि इन्हीं के प्रयासों से हम विकास के रास्ते पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमे अपनी संस्कृति, खानपान एवं बोली को नहीं भूलना चाहिए यही हमारी पहचान है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 25 सितंबर रीवा गौरव दिवस का चयन महत्वपूर्ण है क्योकि यह दिवस पंडित दीनदयाल जी कि जन्म जयंती हैं जिन्होंने अंतिम छोर के व्यक्ति तक विकास को पहुंचाने का संकल्प लिया था। बाणसागर के पानी से रीवा की तकदीर एवं तस्वीर बदली है। हम सभी का प्रयास है कि जिले के प्रत्येक किसान के खेत तक बाणसागर का पानी पहुंचाया जाय और रीवा को विकास के नवीन पंख लगें।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि रीवा गौरव दिवस का प्रथम आयोजन काफी सफलतम रहा है। समाज के हर वर्ग, हर समुदाय को विभिन्न विधाओं के माध्यम जोड़ने के उद्देश्य से कार्यक्रमों का आयोजन इस दौरान किये गये। एक सप्ताह तक आयोजित कार्यक्रमों में सभी की भागीदारी रही। उन्होंने कहा कि 25 सितंबर को पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बाणसागर बांध का लोकार्पण किया था और इसके पानी से सबसे ज्यादा फायदा रीवा को हुआ। इस क्षेत्र में आर्थिक तरक्की हुई और आने वाले समय में 9 लाख एकड़ क्षेत्र में बाणसागर का पानी पहुंचाकर विकास को आगे बढ़ाया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र के जन नायकों श्री गोविंद नारायण सिंह एवं श्री यमुना प्रसाद शास्त्री जी की सोच का ही परिणाम बाणसागर बांध है जो इस क्षेत्र के लिए वरदान बना। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में बुनियाद सुविधाओं को पूरा करने का संकल्प लिया है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल ने कहा कि गौरव दिवस मुख्य धारा से जोड़ने का माध्यम बनेगा। यह दिवस युवा पीढ़ी को अपनी विरासत को समझने व विकास को जानने का भी साधन बना है। इस अवसर पर स्वागत उद्बोधन देते हुए कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा कि रीवा नगर गौरव दिवस को 25 सितंबर को मनाने की पृष्टभूमि यह रही है कि इस दिवस पर बाणसागर का लोकार्पण हुआ और उसके पानी से रीवा को आर्थिक और सामाजिक विकास हुआ। गौरव दिवस के एक सप्ताह के आयोजनों में जहां एक ओर रीवा के गौरवशाली इतिहास व प्रतीकों से नयी पीढ़ी को जोड़ने का प्रयास किया गया वहीं दूसरी ओर रीवा के भविष्य के विकास के लिए इन्वेस्टर्स मीट के माध्यम से आर्थिक संपन्नता के प्रयास भी किये गये। उन्होंने बताया कि विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं, पेंटिंग एवं चित्रकला प्रतियोगिताओं तथा सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हर वर्ग व समूह को रीवा के गौरव दिवस से जोड़ने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम में आयुक्त नगर निगम मृणाल मीणा, विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में स्थानीय जन उपस्थित रहे।
गौरव दिवस पर सांस्कृतिक संध्या में अन्तर्राष्ट्रीय कत्थक नृत्यांगना महुआ शंकर एवं सूफियाना कबीर गायक पद्मश्री स्वामी जीसीडी भारती ने अपनी प्रस्तुतियां दी।