सीएम चौहान का मॉर्निगं एक्शन, अनूपपुर जिले की समीक्षा बैठक, अधिकारी से मंगवाई माफी
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अनूपपुर जिले की समीक्षा बैठक की। जल जीवन मिशन की गलत जानकारी देने पर उन्होंने EE से माफी मांगने को कहा। CM ने अनूपपुर कलेक्टर से पूछा- कितने प्रतिशत लक्षित परिवारों तक नल से जल पहुंचने का काम हुआ है? कलेक्टर ने बताया 1.29 लाख का टारगेट था। पिछली बार 102% पूरा हुआ। इस बार टारगेट 9435 का है, 4 हजार पूरे हुए। CM ने फिर पूछा- काम की क्वालिटी के बारे में कुछ शिकायतें हैं क्या? कलेक्टर ने कहा- 2 जगह पर शिकायतें आईं थी। दोनों ठेकेदार को नोटिस दिया है। एक जगह पेमेंट रोक दिया है।
इसके बाद CM ने EE से पूछा- अभी कितनी योजनाओं से पानी देना शुरू हुआ है? EE ने जवाब देते हुए कहा- 77 योजनाओं के तहत पानी देना शुरू हुआ। इस पर CM ने कहा कि इसको रीचेक कराइए। ग्रामीणों की संतुष्टि का स्तर नहीं बढ़ा तो क्या फायदा। EE के गलत तथ्य प्रस्तुत करने पर उन्होंने बैठक में नाराजगी व्यक्त की और बैठक में ही माफी मांगने को कहा। EE ने बैठक में अपनी गलती पर माफी मांगी।
सीएम ने अधिकारियों से पूछा कि कितने प्रतिशत लक्षित परिवारों तक नल से जल पहुंचने का कार्य हुआ. इसके बारे में पूरी जानकारी दें, जिस पर बताया गया कि लक्ष्य 1.29 लाख कका था, जो पिछली बार 102 प्रतिशत पूरा हुआ था. लेकिन इस बार लक्ष्य 9435 का है, जिसमें से अब तक केवल 4 हजार ही लक्ष्य पूरा हुआ है. जिस पर सीएम ने नाराजगी जताई. इसके अलावा सीएम ने काम की गुणवत्ता की शिकायतों के बारे में भी जानकारी ली, जिस पर सीएम को बताया गया कि 2 जगह पर शिकायतें आईं थी, इन मामलों में दोनों ठेकेदार को नोटिस दिया है, जबकि एक जगह पेमेंट रोक दिया गया है.
पूरा काम दुरुस्त होना चाहिए
सीएम ने पूछा कि भी कितनी योजनाओं से पानी देना शुरू हुआ है?, जिस पर ईई ने बताया कि 77 योजनाओं के तहत पानी देना शुरू हुआ. जिस पर सीएम ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सभी जगह योजनाएं दुरुस्त कराई जाए. इसको रीचेक कराइये, ग्रामीणों की संतुष्टि का स्तर नहीं बढ़ा तो क्या फायदा.
बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आप लोग सभी काम बिना लापरवाही और तय समय सीमा में पूरा करें. बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान इन दिनों पूरी तरह से एक्शन मोड में है. दो दिन पहले उन्होंने एक सभा में लापरवाही पाए जाने पर एक अधिकारी को मौके पर ही सस्पेंड कर दिया था. वहीं अब उन्होंने बैठक में ही लापरवाही पर अधिकारी से माफी मंगवाई है.