September 24, 2024

PFI श्योपुर में SDPI के सहयोग से सबसे बड़ा ट्रेनिंग सेंटर बनाने की तैयारी में था

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भोपाल
 पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद से ही हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. पीएफआई PFI मध्य प्रदेश के श्योपुर शहर को दूसरा सबसे बड़ा ट्रेनिंग सेंटर बनाने की तैयारी में था, तो वहीं यह संगठन प्रदेश में अपनी राजनीतिक जमें भी जमाने की पूरी तैयारी कर रहा था. कुछ महीने पहले ही हुए निकाय चुनाव में भी इस संगठन ने समर्थित उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा था.

PFI का पॉलिटिकल कनेक्शन
बताया जा रहा है कि SDPI यानि Social Democratic Party of India पीएफआई PFI की राजनीति विंग की तरह काम करता हैं. यह संगठन देश के कई राज्यों में एक्टिव है. PFI मध्य प्रदेश में SDPI के जरिए ही अपनी राजनीतिक जड़े मजबूत करने में जुटा था. इंदौर और उज्जैन से पकड़े गए चार PFI सदस्यों से पूछताछ में यह बड़ा खुलासा हुआ है.

मध्य प्रदेश के कई जिलों में SDPI एक्टिव
ATS की पूछताछ में PFI के सदस्यों ने बताया कि SDPI मध्य प्रदेश के कई जिलों में एक्टिव है और अपना राजनीतिक प्रचार करने में जुटा हुआ है. कुछ महीनों पहले हुए नगरीय निकाय चुनाव में इंदौर, उज्जैन सहित मालवा-निमाड़ और ग्वालियर चंबल के कई जिलों में SDPI ने अपने उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा था, जिनमें से कुछ को जीत भी मिली थी. ATS की तरफ से बताया गया कि नीमच सहित आसपास के जिलों में SDPI पूरी तरह से PFI को पनाह देने में जुटी हुी थी. PFI आतंकियों की तरह देश विरोधी ऑपरेशन चलाने में जुटा हुआ था.

ATS लगातार इस मामले में अलर्ट नजर आ रहा है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में PFI के अन्य कई सदस्यों की भी गिरफ्तारी हो सकती है. बता दें कि कुछ दिन पहले ही एनआईए NIA ने राज्य के 11 अलग-अलग राज्यों में PFI के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी, जहां इंदौर और उज्जैन के ठिकानों पर भी कार्रवाई हुई और NIA ने PFI के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया. जिनसे पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं.

श्योपुर को बना रहे थे ट्रेनिंग सेंटर
PFI मध्य प्रदेश के श्योपुर शहर को अपना दूसरा सबसे बड़ा ट्रेनिंग सेंटर बनाने की तैयारियों में जुटा था. PFI ने जांच एजेंसी की रडार से बचने के लिए श्योपुर को चुना था, जबकि इससे पहले उन्होंने राजस्थान के कोटा पर अपना पूरा फोकस किया था. यही वजह थी कि PFI कोटा के बाद श्योपुर में दूसरा सबसे बड़ा ट्रेनिंग सेंटर बनाने की तैयारी में था.

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