तेज बारिश से जगह-जगह दरके पहाड़, मसूरी-चकराता-त्यूणी हाईवे बंद
विकासनगर
मौसम के कहर बरपाने से उत्तराखंड में पहाड़ दरक रहे हैं। बार-बार सड़कें बंद हो गई हैं। मसूरी से 28 किमी दूर दिल्ली यमुनोत्री नेशनल हाईवे मसूरी बैंड के पास बंद हो गया है। यहां पुलिया पर मलबा आ गया है। जिस कारण यातायात बंद हो गया है। पुलिया भी क्षतिग्रस्त हुई है। वहीं जौनसार में मसूरी-चकराता-त्यूणी हाईवे बंद होने से बरात की गाड़ी फंस गई।
वहीं जौनसार-बावर के सीमांत इलाकों सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। तेज बारिश के कारण जगह-जगह पहाड़ दरकने से मसूरी-चकराता-त्यूणी राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोटी कनासर के पास, त्यूणी-पुरोला हाईवे पर हनोल के पास, चकराता-क्वांसी-लाखामंडल मार्ग पर ग्वासापुल के पास व सीमावर्ती बंगाण क्षेत्र के कोठीगाड़ पट्टी को यातायात सेवा से जोड़ने वाले दो हाईवे समेत अन्य संपर्क मार्ग भारी मात्रा में आए मलबे की वजह बंद है।
बारातियों की गाड़ी बीच रास्ते में फंसी
हाईवे बंद होने से हनोल के पास शादी में जा रहे बारातियों की गाड़ी बीच रास्ते में फंसी है। यातायात संचालन ठप होने से बड़ी संख्या में बीच रास्ते में फंसे वाहनों की कतार सड़क के दोनों ओर लग गई। बंगाण क्षेत्र के मोल्ड़ी गांव के पास पहाड़ दरकने से सड़क का काफी हिस्सा साफ हो गया। यहां पहाड़ से गिरे मलबे-बोल्डर की चपेट में आने से स्थानीय निवासी मनमोहन सिंह की कार क्षतिग्रस्त हो गई।
गनीमत यह रही हादसे के वक्त कार में कोई व्यक्ति सवार नहीं था। हाइवे और संपर्क मार्गों पर फंसे यात्रियों ने एनएच विभाग और लोनिवि अधिकारियों से जल्द मार्ग खोलने का आग्रह किया है। विभाग ने बंद पड़े मार्गों को खोलने के लिए मौके पर जेसीबी लगाई है।
चकराता में मलबे में दबी एक कार
देहरादून जिले के लाखामंडल क्षेत्र से विकासनगर लौट रहे एक व्यापारी की कार मलबे की चपेट में आ गई। घटना रविवार शाम की बताई जा रही है। विकासनगर निवासी एक व्यापारी अपने दोस्त के साथ लाखामंडल-क्वांसी-चकराता मार्ग से वापस विकासनगर लौट रहे थे। इस दौरान चकराता से पहले ग्वासापुल के पास तेज बारिश के कारण पहाड़ से गिरा मलबा कार के ऊपर आ गया। गनीमत यह रही हादसे में कार सवार व्यापारी और उसके दोस्त की जान बाल-बाल बची। मलबे की चपेट में आने से कार कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे की वजह से कार सवार दोनों व्यक्ति ने पूरी रात सड़क पर गुजारी।