सफलता की कहानी – मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना
भोपाल
कभी दूसरों की दुकान पर काम करने वाले दतिया के प्रमोद सेन आज 5 लाख रूपये के आइसक्रीम पार्लर के मालिक तो बने ही हैं, उन्होंने 2-3 युवाओं को भी रोजगार उपलब्ध कराया है। यह सब राज्य शासन की मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना से संभव हुआ है। योजना में हितग्राहियों को मिलने वाला 3 प्रतिशत वार्षिक ब्याज अनुदान भी युवाओं के लिए आकर्षक है।
प्रदीप सेन बताते हैं कि वे इस वर्ष इस योजना के प्रारंभ होने के बाद पहले-पहल लोन लेने वाले युवा हैं। उन्होंने बताया कि वे दतिया में ही एक मोबाइल की दुकान में मजदूरी करते थे। उनके मन में उसी लोकेशन पर आइस्क्रीम पार्लर खोलने की इच्छा थी। उन्होंने बताया कि पार्लर के लिए लगने वाली 5 लाख की पूंजी उनके पास थी नहीं और ऐसे में मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना उनकी मददगार बनी।
सेन बताते हैं कि उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना का लाभ लेने के लिए पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन किया। उन्हें 15 दिन से भी कम समय में बैंक ऑफ बड़ौदा से 5 लाख का ऋण मिला और उन्होंने अपना व्यवसाय भी प्रारंभ कर लिया। वे बताते हैं कि मात्र 6 माह में ही उनका व्यवसाय इतना शानदार चल रहा है कि वे बैंक का लोन चुकाने के साथ अन्य युवाओं को रोजगार भी दे रहें हैं।
प्रदीप सेन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देते हैं कि स्व-रोजगार के साथ पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होने से फालतू के चक्कर और बिचौलियों से उन्हें निजात मिली है।