बालाघाट जिला चिकित्सालय में एक साथ तीन बच्चों ने लिया जन्म, स्टाफ ने कराया सामान्य प्रसव
बालाघाट
शहीद भगत सिंह जिला चिकित्सालय में 25 सितम्बर की रात्री में लांजी की एक महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया है। अस्पताल के स्टाफ ने महिला का सामान्य प्रसव कराया है और तीनों बच्चे एवं जन्म देने वाली माता स्वस्थ है।
सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ. संजय धबड़घाव बताया कि 25 सितम्बर की कल रात्रि 9.45 बजे शहीद भगत सिंह जिला चिकित्सालय में एक साथ तीन बच्चों का जन्म हुआ है। जिला चिकित्सालय बालाघाट में वार्ड नंबर 11 लांजी की रहने वाले प्रसूता 25 वर्षीय श्रीमती निलेश्वरी पति महेंद्र नाकतोड़े को प्रसव कराने के लिए लाया गया था। जिला चिकित्सालय के स्टाफ ने इस महिला का सामान्य प्रसव कराया है। जिला चिकित्सालय के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है कि ऐसे जटिल प्रकरण में सिजेरियन आपरेशन न कर वहां के स्टाफ ने सामान्य प्रसव कराया है।
डॉ. धबड़गांव ने बताया कि एक साथ जन्में तीन बच्चों में तीनों बालिकायें हैं। इनमें से प्रथम बच्चे का वजन 2 किलोग्राम, दूसरे बच्चे का वजन 1.5 किलोग्राम एवं तीसरे बच्चे का वजन 1.3 किलोग्राम है। तीनों बच्चे एवं प्रसूता पूर्ण रूप से स्वस्थ एवं जिला चिकित्सालय में भर्ती हैं। इस प्रसव को कराने में मुख्य रूप से जिला चिकित्सालय की नर्सिंग ऑफिसर शीला पटले, गीता हरिनखेडे, रीना पारधी, राजकुमारी नागेश्वर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिसमें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। ऐसे प्रकरणों में प्रायः सिजेरियन आपरेशन करना पड़ता है, लेकिन नर्सिंग आफिसर्स ने अपने अनुभव एवं दृढ़ विश्वास की बदौलत सामान्य प्रसव के माध्यम से तीनों बच्चों का जन्म कराने में कामयाबी हासिल की है। इसमें उनकी जितनी प्रशंसा की जाये वह कम है। डॉ. धबड़गांव ने बताया कि जिला चिकित्सालय बालाघाट में पिछले तीन माह में यह तीसरी घटना है। 25 सितम्बर को जन्में तीनों बच्चें स्वस्थ है। इसके पूर्व भी 3 बच्चों का सीजर के माध्यम से ऑपरेशन कर सफलतापूर्वक प्रसव कराया गया था और उसके पूर्व इसके पूर्व में एक साथ 4 बच्चों का ऑपरेशन के माध्यम से सफलतापूर्वक प्रसव कराया गया था।