पीडब्ल्यूडी में ट्रांसफर का खेल : जेई, एई, एक्सईएन के तबादले बैक डेट में, सीएम योगी ने मांगी रिपोर्ट
लखनऊ
यूपी के लोक निर्माण विभाग में इंजीनियरों के तबादले में व्यापक स्तर पर हुई धांधली के मामले में मुख्यमंत्री द्वारा बनाई गई जांच कमेटी ने ट्रांसफर से संबंधित पत्रावलियां बुधवार को अपने पास तलब कर ली है। बड़ा आरोप यह है कि जेई, एई, एक्सईएन, एसई, सीई के समस्त तबादले बैक डेट में किए गए हैं। तबादला आदेश दो जुलाई से जारी किया गया जबकि सभी आदेशों पर 29 व 30 जून की तिथि दर्ज की गई।
जांच समिति ने विभाग से पूछा है कि स्थानांतरण में नीति क्या अपनाई गई। कितने इंजीनियरों के तबादले किए गए। एक-एक तबादले के बारे में यह पूछा है कि किस नीति के तहत आदेश जारी किया गया। जांच समिति के सवालों का जवाब पत्रावलियों के साथ विभाग ने दे दिया है। माना जा रहा है कि जांच समिति गुरुवार को अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को दे देगी।
मृतक के साथ ही जो विभाग में तैनात नहीं उसका भी किया तबादला
तबादले में बड़े पैमाने लापरवाही हुई। फिरोजाबाद में तीन साल पूर्व स्वर्गवासी हुए जेई का तबादला आदेश जारी किया गया जबकि इस जेई के पुत्र को मृतक आश्रित में नौकरी तक विभाग ने दो साल पूर्व दे दी थी। इटावा से राजकुमार नाम के एक जेई का तबादला झांसी किया गया जबकि राजकुमार नाम का कोई जेई था ही नहीं। राजकुमार का तबादला आदेश लेकर कोई भी व्यक्ति झांसी में ज्वाइन कर फर्जीवाड़ा कर सकता था। दो एक्सईएन को फिरोजाबाद के एक ही खंड में भेज दिया गया।