November 26, 2024

टेरर फंडिंग: पांच दिन में NIA की दूसरी बड़ी कार्रवाई 8 राज्यों में 200 ठिकानों पर रेड

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भोपाल

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानि पीएफआई के आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के लगातार मिल रहे संकेतों के आधार पर एनआईए ने पांच दिन में दूसरी बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार को एनआईए ने 8 राज्यों के करीब 200 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है, वहीं मध्यप्रदेश के आठ जिलों में पुलिस ने कार्रवाई ने की है। एनआईए ने देश भर से जहां 170 संदिग्धों को हिरासत में लिया है, वहीं प्रदेश पुलिस ने पीएफआई के 21 लोगों को अरेस्ट किया है। गौरतलब है कि 22 सितंबर की कार्रवाई में एनआईए ने 106 लोगों को अरेस्ट किया था। इनमें मप्र से चार लोग शामिल थे। गिरफ्तार किए गए मेंबर्स से पूछताछ के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।

एनआईए जहां देश के 8 राज्यों में कार्रवाई कर रही है, वहीं मंगलवार की सुबह मध्य प्रदेश पुलिस ने यहां के आठ जिलों में टेरर फंडिंग मामले में पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। एटीएस ने पीएफआई से जुड़े 21 जिलों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अभी 15 आरोपियों की तलाश जारी है। इन सबकी तलाश में एक साथ देर रात से तड़के तक आठ जिलों की पुलिस ने छापे मारे गए। कई शहरों में दोपहर तक कार्रवाई जारी थी। कार्रवाई के दौरान इनके पास से इस संगठन की गतिविधियों को लेकर बड़े पैमाने पर जानकारी मिली है, जिसमें यह भी पता चला कि जिला बदर के दौरान संगठन का प्रदेश अध्यक्ष पुलिस मुख्यालय तक पहुंच गया था।

नहीं मिले 15 लोग: एटीएस को पूछताछ में पता चला था कि तीन दर्जन लोग इस पूरे संगठन को मुख्यता के साथ आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इसमें इंदौर के 8 नाम सामने आए थे। इनमें से सिर्फ 5आरोपी की एटीएस को मिले। इंदौर के छत्रीबाग से एटीएस ने सईद टेलर, माणिक बाग से दानिश गौरी, छिपा बाखन से तौशिफ और यूसुफ, ग्रीन पार्क कॉलोनी में वसीम को गिरफ्तार किया है। भोपाल के शहजहांनाबाद के रेजीमेंट रोड से  अब्दुल रऊफ नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। भोपाल,इंदौर के अलावा राजगढ़, उज्जैन, शाजापुर, श्योपुर, गुना, नीमच से भी इस संगठन के लोगों को उठाया है।

खरगोन दंगों के बाद से थी नजर: खरगोन दंगों में पीएफआई का हाथ सामने आने के बाद से एटीएस और एनआईए इस संगठन में नजर रखे हुए थे। मॉनिटरिंग के बाद एनआईए ने एक साथ कई राज्यों में छापे डालकर इस संगठन के मुख्य कर्ताधर्ताओं को गिरफ्तार किया था। मध्य प्रदेश के इंदौर से  प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरीवाला, अब्दुल जावेद और मुमताज कुरैशी और उज्जैन से जमील शेख को गिरफ्तार किया गया था। इन चारों से पूछताछ के बाद मध्य प्रदेश के आठ जिलों में एटीएफ ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है।

जिलाबदर के दौरान डीजीपी तक पहुंच गया था पूछताछ में प्रदेश अध्यक्ष करीम ने उगला राज
पीएफआई का प्रदेश का मुखिया जिला बदर के आदेश के दौरान पुलिस मुख्यालय में डीजीपी के पास तक पहुंच गया था। यह खुलासा प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरी वाला ने एटीएस की पूछताछ में किया है। सूत्रों की मानी जाए तो उसने पूछताछ में बताया कि खरगौन दंगों के बाद पीएफआई के लोगों पर हुई कार्रवाई को गलत बताते हुए उसके संगठन ने डीजीपी को ज्ञापन देने का तय किया था। इसके लिए  प्रतिनिधि मंडल पीएचक्यू पहुंचा था। जहां पर अब्दुल करीम चौथी मंजिल तक साथ गया, लेकिन वह डीजीपी के चैम्बर में नहीं गया। उसने यह भी बताया कि इस दौरान वह इंदौर से जिला बदर था, इसलिए डीजीपी के सामने नहीं गया था। इस दौरान वह भोपाल में अधिक समय तक रहा। इस दौरान उसने शहजहांनाबाद थाना क्षेत्र में ज्यादा समय बिताया।

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