मध्यप्रदेश में आरक्षित वन क्षेत्र से बाहर हुए जोगी और निदान वाटरफॉल
भोपाल
मध्यप्रदेश में आरक्षित वन क्षेत्र में आने वाले धामनोद के जोगी भडक वॉटरफाल, पाटन के निदान वॉटरफॉल और मांडव के लाम्बा तालाब सहित कई मनोरंजक क्षेत्रों जहां पर्यटकों की आवाजाही रहती है उन्हें राज्य सरकार ने आरक्षित वन क्षेत्र से बाहर कर दिया है। इन्हें मनोरंजक क्षेत्र घोषित किया गया है।
वन विभाग ने मध्यप्रदेश वन मनोरंजन एवं वन्य प्राणी अनुभव नियम के अंतर्गत धार वनमंडल के मांडव वन परिक्षेत्र में आने वाले लाम्बा तालाब और उसके आसपास के 112 हेक्टेयर वन क्षेत्र को आरक्षित वन से बाहर करते हुए मनोरंजन क्षेत्र घोषित कर दिया है। इसी तरह धार जिले के धामनोद वन परिक्षेत्र के जोगी भडक वॉटरफाल के छह हेक्टेयर क्षेत्र और जबलपुर जिले के पाटन वन परिक्षेत्र के निदान वॉटरफॉल के 58.15 हेक्टेयर वन क्षेत्र तथा इंदौर जिले के इंदौर वन क्षेत्र में आने वाले उमरीखेड़ा के 15.60 हेक्टेयर वन क्षेत्र को आरक्षित वन क्षेत्र से बाहर कर दिया है।
खंडवा जिले के सिंगाजी वन परिक्षेत्र में आने वाले रजूर मदनी चारखेड़ा के 367 हेक्टेयर वन क्षेत्र को वन क्षेत्र से बाहर करते हुए मनोरंजक क्षेत्र घोषित किया है। इसके बाद यहां पर्यटक गतिविधियां बढ़ेंगी। पर्यटक आसानी से आ-जा सकेंगे। अभी तक वन्य प्राणियों की आवाजाही और आरक्षित वन होने के कारण यहां पर्यटकों के आने-जाने पर प्रतिबंध था। प्रतिबंध हटने के बाद यहां होटल, रेस्टोरेंट भी बन सकेंगे और जलक्रीड़ा केन्द्र के रूप में यहां गतिविधियों के संचालन की अनुमति मिल सकेगी। इससे यहां बेरोजगार युवाओं को रोजगार भी मिल सकेगा और आसपास के ग्रामीणों को भी यहां विकास कार्य करने की अनुमतियां मिल सकेंगी।