1000 रुपये का जुर्माना चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर नहीं लगेगा, पिक एंड ड्राप के लिए कम किए पेनल्टी चार्ज
चंडीगढ़
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन इन दिनों चर्चा का मुद्दा बना हुआ है। बने भी क्यों न क्योंकि बात ही कुछ ऐसी है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर अपनों को ट्रेन तक छोड़ने आने वालों से मोटा जुर्माना वसूला जा रहा था। यदि कोई अपनी कार को रेलवे स्टेशन की पार्किंग पर 30 मिनट से ज्यादा देर खड़ी करता तो उससे एक हजार रुपये जुर्माने के तौर पर वसूले जा रहे थे। लोग इस फैसला का विरोध कर रहे थे।
रेलवे के इस फैसले का विरोध पंजाब के श्री आनंदपुर साहिब के सांसद मनीष तिवारी और चंडीगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसल ने भी किया था। इसके बाद रेलवे ने अपने फैसले को बदल दिया है। इस मामले को लेकर अंबाला मंडल के सीनियर डीसीएम हरिमोहन ने आज चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन की पार्किंग में पिक एंड ड्राप के लिए 30 मिनट से ज्यादा समय गाड़ी खड़ी करने पर अब 1000 रुपये जुर्माना नहीं लिया जाएगा। इसके लिए अब पेनल्टी चार्ज कम कर दिए गए हैं। ऐसे में अगर कोई आधा घंटे से ज्यादा गाड़ी रेलवे स्टेशन पार्किंग में पिक एंड ड्राप के लिए रोकता है तो उससे 200 रुपये बतौर पेनल्टी चार्ज लिए जाएगा। उन्होंने कहा यह पनेल्टी है, इसे पिक एंड पार्किंग के ड्रापिंग चार्ज नहीं कहा जाए।
अंबाला मंडल के सीनियर डीसीएम हरिमोहन ने कहा कि रेलवे एक अनुशासित सिस्टम बनाना चाहता है, ताकि आम लोगों को दिक्कत न हो। हमारा मकसद प्राइवेट टैक्सी और आटो की भीड़ को कम करना है। ट्रेन के आते ही स्टेशन की पार्किंग में इन गाड़ियों का जमावड़ा लग जाता है। हमने बकायदा इसका ट्रायल लिया और कमेटी सुपरवाइजर टीम के सर्वे और सिफारिश के बाद इसे लागू किया है।