2 अक्टूबर से 30 जनवरी तक निरंतर आयोजित होंगी गांधी चौपाल, 2 अक्टूबर को लगाईं जायेंगीं 500 चौपाल
चौपालों में बतायेगे आजादी और कांग्रेस नेताओं के बलिदान का इतिहास
2200 समन्वयक तैयार, 1300 फालोवर्स जुड़े,
23000 पंचायतों पर लगेगी चौपाल
भोपाल
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूर्व मुख्यमंत्री तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमलनाथ जी के निर्देश पर 2 अक्टूबर से गांधी चौपालों का आयोजन कर रही है। यह चौपालें 23000 पंचायतों पर लगाई जाएंगी। पार्टी का लक्ष्य है कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र पर कम से कम 100 चौपाले 4 महीने के समय काल में आयोजित की जाएं।
प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र गुप्ता ने बताया कि यह कार्यक्रम 2 अक्टूबर से शुरू होकर 30 जनवरी 2023 तक चलेगा।विदित हो कि 30 जनवरी पूज्य बापू की शहादत की 75 वीं वरसी है। जब नफरत और घृणा से भरे एक सिरफिरे ने उनकी हत्या कर दी थी। आज पूरा समाज नफरत, असमानता और आर्थिक शोषण के दलदल में धकेल दिया गया है। स्वाबलंवन और आत्मनिर्भरता का ग्राम स्वराज पीछे धकेल दिया गया है। विषमता की खाई इतनी गहरी है कि व्यक्ति तो दुनिया का सबसे बड़ा रईस बनने की दौड़ लगा रहा है लेकिन देश दुनिया में सबसे गरीब देशों की कतार में खड़ा कर दिया गया है।
राष्ट्रपिता गांधी को नफरतिया गैंग झूठ और दुष्प्रचार के माध्यम से नीचा करने की निरंतर कोशिश कर रही है, किंतु दुनिया बापू के विचार को और उनके दर्शन को सलाम कर रही है। ऐसे समय में गांधी चौपाल के माध्यम से हमें स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता के लिए प्रदेश के ग्रामों से संवाद करना अपरिहार्य हो गया है। कांग्रेस इस चौपाल के माध्यम से गांव से संवाद कायम करेगी।
इस हेतु कमलनाथ जी के निर्देश एवं मार्गदर्शन में अभी तक 2200 से अधिक कार्यक्रम समन्वयक बन चुके हैं ।वे इन चौपालों को आयोजित करेंगे। मध्य प्रदेश विचार विभाग ने इस कार्यक्रम को गति देने के लिए गांधी चौपाल के नाम से एक फेसबुक पेज भी शुरू किया है जिसमें 15 दिवस में ही लगभग 1300 फॉलोवर्स जुड़ चुके हैं, जो गांधी चौपालों को समझने और आगे आयोजित करने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं।इस पेज के माध्यम से यह कार्यक्रम फेसबुक लाइव किया जायेगा।जिसमें भजन मंडली के माध्यम से देश और संस्कृति को जोड़ने वाले भजन गाये जायेंगे।चौपाल अत्यंत सादगी पूर्ण होगी। हमने यह लक्ष्य किया है कि 2 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में 500 चौपालों का आयोजन किया जाएगा।
भोपाल में ही लगभग 10 चौपालें लगाई जाएंगी। गांधी चौपालों में कांग्रेस पार्टी की आजादी के आंदोलन में सहभागिता के इतिहास पर और हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं के बलिदान पर विमर्श होगा। दुष्प्रचार के आधार पर मूर्ति भंजक दलों द्वारा महापुरुषों के खिलाफ जो निंदा अभियान चलाया जाता है उसका उत्तर भी दिया जाएगा। ग्रामीण जनों की स्थानीय समस्याओं एवं विकास के अभाव के तथ्य भी इकट्ठे किए जाएंगे ।इस तरह चौपालों के माध्यम से लगभग 2 लाख नए कार्यकर्ताओं को कांग्रेस से जोड़ा जाएगा । जिनसे आने वाले 1 वर्ष तक प्रदेश कार्यालय निरंतर संपर्क बनाएगा एवं उन्हें वैचारिक रूप से सुसज्जित करेगा। गांधी चौपाल के कार्यकर्ता भी रिले पदयात्रा के माध्यम से आगे जाकर भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो जायेंगे।