2047 तक सीएम नीतीश भारत का इस्लामीकरण का समर्थन करते हैं? गिरिराज ने बिहार के मुख्यमंत्री ने पूछा तीखा सवाल
पटना
बिहार में सियासी बदलाव के बाद जदयू ने महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बना ली। इस घटनाक्रम के बाद भारतीय जनता पार्टी लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत सत्ता पक्ष पर हमलावर है। बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने महागठबंधन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वो सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। इस बार गिरिराज सिंह ने पीएफआइ पर लगे प्रतिबंध पर प्रदेश के मुख्यमंत्री से सवाल पूछा है।
'सीएम 2047 तक भारत का इस्लामीकरण का समर्थन करते हैं?'
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को ट्वीट कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछ है। उन्होंने लिखा है कि पीएफआइ को आधिकारिक रूप से प्रतिबंधित हुए 32 घंटे से ज्यादा हो गए लेकिन नीतीश कुमार की पुलिस राज्य में अभी तक पीएफआइ पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाई। गिरिराज सिंह ने आगे लिखा है कि प्रधानमंत्री का सपना देखने वाले नीतीश जी को बताना होगा क्या वह पीएफआइ के एजेंडा '2024 तक भारत का इस्लामीकरण का समर्थन करते हैं?
पुलिस प्रशासन का भय खत्म
पटना के बिहटा थाना इलाके में दियारा इलाके में अवैध बालू खनन को लेकर दो गुटों में जमकर फायरिंग हुई। इस घटना में चार लोगों की मौत की बात सामने आ रही है। इस घटना पर भी गिरिरिज सिंह ने महागठबंधन सरकार पर हमला किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि जब पुलिस, प्रशासन और सरकार का वर्चस्व खत्म हो जाता है तभी इस तरह की लड़ाई शुरू होती है।
पीएफआइ पर पांच साल का बैन
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने बुधवार को पीएफआइ और उसके आठ सहयोगी संगठनों पर पांच साल के लिए बैन कर दिया था। जिसके बाद राजद सुप्रीमो लालू यादव ने आरएसएस पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग कर डाली थी। लालू यादव के बयान ने प्रदेस के सियासी पारे को गरमा दिया था। बीजेपी कोटे से राज्य सभा सांसद सुशील मोदी ने राजद सुप्रीमो को चैलेंज किया था कि बिहार में महागठबंधन है पहले यहां आरएसएस को बैन करके दिखाएं।