भारत ने PAK की बोलती की बंद ,ट्विटर अकाउंट सस्पेंड
नई दिल्ली
पाकिस्तान सरकार का ट्विटर अकाउंट भारत में बंद कर दिया गया है. भारत के ट्विटर यूजर्स के लिए ये ट्विटर अकाउंट ब्लॉक है. ट्विटर की तरफ से बताया गया है कि एक लीगल शिकायत मिलने के बाद उसने ऐसा कदम उठाया है. माना जा रहा है कि भारत में देश विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाने की दिशा में केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया है.पिछले दिनों पाक सरकार के ट्विटर अकाउंट से PFI बैन के खिलाफ ट्वीट किए गए थे. माना जा रहा है कि इसी वजह से कार्रवाई हुई है.
सरकार ने नहीं जारी किया बयान
हालांकि भारत सरकार की तरफ से अभी तक पाकिस्तान के ट्विटर हैंडल (@GovtofPakistan's account) को बैन करने को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है. इस बीच पाकिस्तान पर हुई अबतक की सबसे बड़ी डिजिटल स्ट्राइक को लेकर कई तरह के कयास लग रहे हैं. माना जा रहा है कि हाल में एक कट्टर इस्लामिक संगठन पर की गई कार्रवाई के बाद केंद्र की सरकार ने यह कदम उठाया है. पाकिस्तान की सरकार का अधिकारिक ट्विटर हैंडर क्यों बैन किया गया, इस पर आधिकारिक बयान का इंतजार है.
भारत में शनिवार को पाकिस्तान सरकार का ट्विटर अकाउंट बंद कर दिया गया। भारत में पाकिस्तान सरकार का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट बंद कर दिया गया है। आधिकारिक हैंडल के ट्विटर पेज पर लिखा था कि कानूनी मांग के जवाब में भारत में अकाउंट को रोक दिया गया है। ट्विटर से प्रतिक्रिया का इंतजार है। ट्विटर से प्रतिक्रिया का इंतजार है। फिलहाल अभी तक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी हैं।
हालांकि, पाकिस्तान के खिलाफ इस तरह का यह पहला हमला नहीं है। खाते को पहले भी बैन कर दिया गया था लेकिन बाद फिर इसे एक्टिवेट कर दिया था। एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई में जब भारत ने कई पाकिस्तानी हैंडल पर प्रतिबंध लगा दिया था, तब खाते को रोक दिया गया था, लेकिन बाद में इसे फिर से सक्रिय कर दिया गया था।
पाकिस्तान भारत के खिलाफ फैलाता है प्रोपेगेंडा
गौरतलब है कि पाकिस्तान लंबे समय से सोशल मीडिया मंचों के जरिए भारत विरोधी प्रोपेगेंडा फैलाने से बाज नहीं आ रहा है. ऐसे में समय समय पर भारत के खिलाफ नफरत भरे और बेबुनियाद आरोप लगाने वालों पर सरकार की ओर से कार्रवाई की जाती है. पाकिस्तान में इस्लामाबाद की गलियों से लेकर अमेरिका तक में बैठे कुछ इस्लामिक कट्टरपंथी पीएम नरेंद्र मोदी और भारत के खिलाफ कुछ भी करने को उतारू हैं. ऐसे कुछ लोग भारत की छवि खराब करने के लिए फंडिंग का सहारा भी ले रहे हैं.
भारत का नाम बदनाम करने की साजिश
भारत विरोधी मुहिम में लगे कुछ लोग और संगठन पत्रकारों को घूस देकर भारत में अल्पसंख्यकों और दलितों पर कथित अत्याचार वाली स्टोरी सशर्त लिखने पर 1 लाख 22 हजार रुपये देने का विज्ञापन तक दे चुके हैं. इस विज्ञापन की एक शर्त ये थी कि भारत में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर स्टोरी फाइल करने वाले पत्रकार को पहले उसका कंटेट और थीम एक प्रपोजल बनाकर पहले एक संस्था को भेजना होगा. वहां से अगर प्रपोजल पास हुआ तो एक स्टोरी फाइल करने के लिए उसे अच्छी खासी रकम दी जाएगी.