थरूर Vs खड़गे: समर्थन को लेकर केरल में दो धड़ों में बटी कांग्रेस, नेताओं के अलग-अलग राय
तिरुनवनंतपुरम
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच मुकाबले के लिए मंच तैयार है। हालांकि, शीर्ष पद के लिए इन दोनों नेताओं में से किसका समर्थन किया जाए, इसे लेकर केरल के कांग्रेस नेताओ में मतभेद उभरता दिख रहा है। केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीशन सहित कुछ वरिष्ठ नेताओं ने खुले तौर पर खड़गे को समर्थन किया है, तो लोकसभा सांसद हिबी ईडन जैसे कुछ युवा नेताओं ने थरूर का समर्थन किया है।
कोच्चि में संवाददाताओं से बातचीत में सतीशन ने कहा कि उनके समेत राज्य के नेता और कार्यकर्ता खड़गे की सफलता के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वे उस गौरवशाली क्षण का इंतजार कर रहे हैं, जब एक दलित नेता कांग्रेस अध्यक्ष बनेगा। उन्होंने कहा कि खड़गे को सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद नामित किया गया है, इसलिए खड़गे का समर्थन किया जायेगा।
खड़गे की 80 साल की उम्र को लेकर की जा रही आलोचना को खारिज करते हुए सतीशन ने कहा कि वह एक अनुभवी नेता हैं और उम्र मायने नहीं रखती। सतीशन ने यह भी कहा कि राज्य के कुछ नेताओं द्वारा थरूर का समर्थन करने से केरल कांग्रेस में दरार नहीं आएगी। विधायक रमेश चेन्निथला ने थरूर को अपना अच्छा दोस्त करार देते हुए कहा कि एक दलित व्यक्ति को कांग्रेस अध्यक्ष बनाना समय की मांग है और खड़गे एक अनुभवी नेता हैं। हालांकि लोकसभा सदस्य हिबी ईडन ने थरूर के समर्थन में उनकी तस्वीर अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट की।
केरल स्टूडेंट यूनियन (केएसयू) के नेता केएम अभिजीत ने भी सोशल मीडिया पर थरूर का समर्थन किया। झारखंड के पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी का नामांकन पत्र शनिवार को खारिज हो गया और अब दौड़ में केवल थरूर और खड़गे बचे हैं।