हरियाणा के जींद जिले में लिंगानुपात मामलों में सुधार, रेवाड़ी-चरखी दादरी व गुरुग्राम में हालात चिंताजनक
जींद
हरियाणा के जींद में लिंगानुपात के मामले में जींद जिला प्रदेशभर में सातवें स्थान पर हैं।जींद के लिए राहत भरी खबर यह है कि लिंगानुपात 900 के ऊपर हैं। इसका मतलब यह है कि जींद के लोगों को बेटियां खूब रास आ रही हैं। वहीं रेवाड़ी-चरखी दादरी व गुरुग्राम लिंगानुपात के मामले में सबसे पीछे चल रहे हैं।
जींद में पिछले दिनों जिला में कन्या भ्रूण हत्या के दो मामले भी सामने आए।गांव डूमरखां कलां में किसी मां ने अपनी बेटी को जन्म लेने से पहले कोख में ही मरवा दिया था। उसका भ्रूण खाली प्लाट में फेंक दिया था। दूसरी घटना जींद के रेलवे स्टेशन के पास की थी, जिसमें झाड़ियों में एक नवजात कन्या का शव मिला था, जिस पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें अलर्ट मोड पर आ गई। हालांकि 2018 से 2023 तक जिले का लिंगानुपात 900 से ऊपर रहा. लेकिन वर्ष 2024 में यह 900 से कम हो गया, जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने मेहनत की और फिर से जींद का लिंगानुपात 911 पर आ गया है. वर्ष 2022 में जींद जिला लिंगानुपात के मामले में प्रदेश में पहले स्थान पर था। कई महीने तक जींद जिले की लिंगानुपात में प्रदेश में पहले स्थान पर रहा।