फुलवारी शरीफ से जुड़े मामले में पटना पुलिस ने कुल पांच लोगों किया गिरफ्तार
पटना
बिहार पुलिस ने पटना के फुलवारी शरीफ में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए देश विरोधी साजिश का भंडाफोड़ कर दिया। बुधवार को पुलिस ने नयाटोला में चलाए जा रहे एक कार्यालय में छापेमारी कर दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया, वहीं गुरुवार को तीसरी गिरफ्तारी की गई। इस बीच पुलिस ने शुक्रवार को छापेमारी करते हुए फुलवारी शरीफ से ही 5 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया पटना दौरे के दौरान राजधानी में बड़ी साजिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया। पटना पुलिस के हत्थे सबसे पहले दो संदिग्ध आतंकी चढ़े, जिनकी पहचान अतहर परवेज और जलालुद्दीन के तौर पर हुई थी। दोनों को लेकर जो खुलासे सामने आए वो सन्न करने वाले थे। इसी बीच पुलिस ने 26 आरोपियों की पहचान की है।
लवारी शरीफ केस में कुल 26 आरोपियों की हुई पहचान
पुलिस के मुताबिक, देश विरोधी साजिश के मामले में कुल 26 आरोपियों की पहचान हुई है, जिनमें 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पटना पुलिस ने शुक्रवार को फुलवारी शरीफ से जुड़े मामले में कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनकी पहचान शमीम अख्तर, शब्बीर मलिक, ताहिर अहमद, दानिश, अखलाक के तौर पर हुई है। 21 आरोपियों की और पहचान हुई है। पुलिस इनकी जांच में जुट गई है।
पुलिस ने जारी 26 आरोपियों की लिस्ट
1. अतहर परवेज, झारखंड पुलिस से रिटायर्ड SI और गुलिस्तान मुहल्ला, फुलवारी शरीफ पटना के निवासी।
2. मो. जलालुद्दीन (मकान मालिक), नया टोला, फुलवारी शरीफ, पटना।
3. शमीम अख्तर, खासगंज, सोहसराय, नालंदा।
4. रियाज मॉरिफ उर्फ बब्लू, कुआंवा, चकिया, पूर्वी चम्पारण।
5. सनाउल्लाह उर्फ आकिब, शकरपुर भरवाड़ा, सिंगवारा, दरभंगा।
6. तौसिफ आलम, मकिया, बेनीपट्टी, मधुबनी।
7. महबूब आलम उर्फ महबूब नदवी, रामपुर बंशीबारी, हसनगंज, कटिहार।
8. एहसान परवेज उर्फ एहसान इंजीनियर, अरतीया, जोकीहाट, अररिया।
9. मो. सलमान, वर्तमान पता पटना में सब्जीबाग स्थित PFI का ऑफिस, मूल निवासी मधुबनी का।
10. मो. रसलान, PFI का राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति का सदस्य सह बिहार-बंगाल क्षेत्रिय समिति का सचिव।
11. महबुबूर रहमान, न्यू अजिमाबाद कॉलोनी, सुल्तानगंज, पटना।
12. इम्तियाज दाउदी, मिल्लत कॉलोनी, फुलवारी शरीफ, पटना।
13. महबूब आलम, नूर मस्जिद शरीफ कॉलोनी, सुल्तानगंज और स्वामी पटना मशीन टूल्स, एग्जीविशन रोड, पटना।
14. खलीकुर जमा, गोनपुरा, फुलवारी शरीफ, पटना।
15. मो. अमीन आलम, फुलवारी शरीफ के गोनपुरा में स्थित टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के कर्मचारी हैं।
16. जिशान अहमद, मिल्लत कॉलोनी, फुलवारी शरीफ, पटना।
17. रियाज अहमद, छोटकी छपरा, कटहरा, वैशाली।
18. मंजर परवेज, गुलिस्ता, फुलवारी शरीफ, पटना।19. नुरुद्दीन जंगी उर्फ एडवोकेट नुरुद्दीन, उर्दू बाजार, शेर मोहम्मद गली, दरभंगा।
20. मो. रियाज उर्फ रियाज उर्फ रियाज फरंगीपेट, PFI के राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं और SDPI के बिहार प्रभारी हैं दक्षिण कन्नड़, बनतवाल।
21. मो. अंसारूल हक उर्फ अंसार, मिथलांचल यूनिट का प्रभारी निदेशक और मधुबनी के लदनियां का रहने वाला।
22. मो. मुश्तिकिन, सकरपुर, सिंघवारा, दरभंगा।
23. मंजहरूल इस्लाम उर्फ मंजहर इमाम, गौरीहार खलीक नगर, मुजफ्फरपुर।
24. अब्दुर रहमान, कठोतियां जगदीशपुर, कटिहार (शरीफगंज में याह्या पब्लिक स्कूल के संचालक हैं ।
25. अरमान मलिक, अलबा कॉलोनी, फुलवारी शरीफ, पटना।
26. परवेज आलम उर्फ अरशद अली, रूदलपुर जलालपुर, सारण (PFI में राज्य कमेटी सदस्य) है ।
पटना एसएसपी ने पूरे मामले को लेकर क्या कहा
पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने गुरुवार को बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान मोहम्मद जलालुद्दीन, अतहर परवेज और अरमान मलिक के रूप में हुई है। अरमान मलिक प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित करता था। पटना के एसएसपी ने बताया कि ये सभी भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की कार्ययोजना पर भी काम कर रहे थे। इनके पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें 26 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। इनमें से अधिकांश लोग बिहार के हैं, जबकि कुछ लोग बिहार के बाहर के भी हैं।
एसएसपी ने कहा- हम काफी समय से इन्हें फॉलो कर रहे थे
एसएसपी ने बताया कि इस संगठन को हमलोग काफी समय से फॉलो कर रहे थे। हमारे अलावा कई और सुरक्षा एजेंसियों के पास इनको लेकर इनपुट थे। प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर भी हमें कई इनपुट मिले थे, जिनके आधार पर हमने छापेमारी की। पुलिस को तलाशी के दौरान पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के मिशन 2047 का भी भंडाफोड़ हुआ है। गिरफ्तार संदिग्धों के मॉड्यूल का खुलासा करते हुए पटना एसएसपी ने कहा कि ये लोग मदरसे, मस्जिदों में युवाओं को कठोरता की ओर मोबिलाइज करते थे और उन बच्चों को कट्टर बना रहे थे। उन्होंने और स्पष्ट करते हुए कहा कि ये फिजिकल ट्रेनिंग के नाम पर यूथ को प्रशिक्षण दे रहे थे और अपने एजेंडे और प्रोपोगेंडे के माध्यम