Congress ने बाहरी नेताओं पर लगाया दांव
लखनऊ
उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी वाड्रा के यूपी में पार्टी प्रभारी बनने के बाद से पुराने कांग्रेसियों को दरकिनार बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Smaj Party) को छोड़ने वाले नेताओं को एक बार फिर पुराने योद्धाओं पर प्रमुखता दी गई है। इस साल मार्च में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार के बाद अजय लल्लू ने यूपी कांग्रेस कमेटी के प्रमुख के पद से इस्तीफा देने के महीनों बाद नियुक्तियां की गई हैं। 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस केवल 2 दो सीटें जीतने में सफल रही। पार्टी के एक पूर्व अध्यक्ष की माने तो कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से आलाकमान का भरोसा उठ चुका है इसलिए बड़ी संख्या में अब बाहर से आए नेताओं को तरजीह दी जा रही है।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में कांग्रेस को मिली थी एक सीट
कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी का एक आक्रामक अभियान और यहां तककि महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने का उनका फैसला भी यूपी में जनता को आकर्षित करने में विफल रहा। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली थी और वह भी उसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी (रायबरेली) को। उनके बेटे और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को कांग्रेस के गढ़ अमेठी से भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हराया था।
प्रदेश अध्यक्ष और 6 प्रांतीय अध्यक्षों की हुई थी नियुक्ति
यूपीसीसी प्रमुख का पद खाली पड़ा था क्योंकि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पांच राज्यों के राज्य प्रमुखों को चुनाव में हार के बाद इस्तीफा देने के लिए कहा था। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने शनिवार को दलित बृजलाल खबरी को अपनी उत्तर प्रदेश इकाई का प्रमुख नियुक्त किया, इसके अलावा आधा दर्जन और नेताओं को उत्तर प्रदेश में क्षेत्रीय प्रमुख के रूप में नियुक्त किया।