राज्य स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह का चौथा दिन
भोपाल
राज्य स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह के चौथे दिन वन विहार स्थित विहार वीथिका में "विकास ही पर्यावरण असंतुलन का कारण है" पर विश्व प्रकृति निधि भारत के सहयोग से महाविद्यालयीन वाद-विवाद प्रतियोगिता हुई। इसमें 32 प्रतिभागी ने अपने विचार रखे।
सुबह के सत्र में 6 बजे हुए पक्षी अवलोकन एवं जैव विविधता शिविर में सेम गर्ल्स कॉलेज एवं वी.एन.एस. कॉलेज के 65 प्रतिभागियों ने विभिन्न प्रजातियों के पक्षी दर्शन किये। इनमें प्रमुख लार्ज ग्रे बैबलर, ओरिएंटल डार्टर, स्मॉल मिनीवेट, स्पॉटेड डव, लॉफिंग डव, ग्रे हैरान, लिटिल कार्मोरेंट, पर्पल हैरान, नाईट हैरान, कॉमन आयोरा, ग्रे हार्नबिल, व्हाईट थ्रोटेड वॉटर हेन एवं पोंड हैरॉन आदि को देख प्रतिभागी उत्साहित हो उठे।
पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. सुदेश वाघमारे, डॉ. सुरेन्द्र तिवारी, ए.के.खरे, डॉ. संगीता राजगीर एवं मो. खालिक तथा अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। संचालक वन विहार श्रीमती पदम प्रिया बालकृष्णन् भी उपस्थित थी। संचालन सहायक संचालक वन विहार एस.के.सिन्हा ने किया।
विजयादशमी के आयोजन
विजयादशमी के दिन प्रात: 6 बजे पक्षी अवलोकन एवं जैव विविधता शिविर होगा। अन्य प्रतियोगिताओं के रूप में सभी आयु वर्ग हेतु वन विहार स्थित विहार वीथिका में प्रात: 10:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक वाईल्ड एनिमल थीम पर मेंहदी प्रतियोगिता एवं दोपहर 12:30 बजे से दोपहर 2 बजे तक वाईल्ड एनिमल थीम पर ही पॉम पेंटिंग प्रतियोगिता होगी। साथ ही विहार वीथिका में प्रात: 11:30 बजे से "गिद्दों का संरक्षण भी बाघ संरक्षण के समान महत्वपूर्ण है" विषय पर शिक्षक वाद-विवाद प्रतियोगिता होगी।