समाज के वंचित और पिछड़े वर्ग की सेवा ही ईश्वर की आराधना
भोपाल
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि समाज के वंचित और पिछड़े वर्ग की सेवा में ही ईश्वर की आराधना है। उन्होंने कहा कि सृष्टि में मानव की रचना दूसरों की मदद और सहयोग के लिए ही की गई है। यही कारण है कि मानव ही ऐसा जीव है, जिसे बुद्धि और वाणी जैसी अद्भुत शक्तियाँ मिली हैं।
राज्यपाल पटेल आज नागरिक कल्याण समिति द्वारा तात्याटोपे नगर में विजयादशमी समारोह को संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, महापौर श्रीमती मालती राय, विधायक पूर्व मंत्री पी. सी. शर्मा, नगर निगम के अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, पार्षद, जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि विजयादशमी का पर्व अनीति पर नीति की विजय का पर्व है। इसीलिए प्रभु श्रीराम ने रावण का उसकी गलत नीतियों के कारण संहार किया। उन्होंने कहा कि नवरात्रों में नौ दिन देवी की अराधना के बाद विजयादशमी का पर्व नकारात्मकता को समाप्त कर, समाज में सकारात्मकता के प्रसार का पर्व है। उन्होंने नागरिकों का आहवान किया कि सकारात्मकता का सहयोग करें। देश और प्रदेश के विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। राज्यपाल पटेल ने भगवान श्रीराम, लक्ष्मण एवं हनुमान जी का तिलक लगा कर आरती की। उन्होंने नागरिक कल्याण समिति की ओर से नगर के कला, साहित्य, संस्कृति और समाज में रचनात्मक योगदान देने वाली प्रतिभाओं कैलाश चन्द्र पन्त, शरद दिवेदी, श्रीमती कुमकुम गुप्ता, श्रीमती आशा खरे, भगवान सिंह और समिति के सदस्य स्व. राजेश वर्मा को मरणोपरांत नागरिक सम्मान उनकी पत्नी को प्रदान किया।
प्रारंभ में समिति की ओर से अतिथियों का स्वागत किया गया। समिति के सचिव मनीष ब्यौहार ने समिति की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि संस्था की स्थापना वर्ष 1960 में की गई थी। वर्तमान आयोजन 63वां समारोह है। स्वागत उद्बोधन सोनू भाभा ने दिया। अतिथियों द्वारा समिति की स्मारिका का विमोचन किया गया।