इंदिरा गांधी के बाद यहां पहुंचने वाले दूसरे नेता थे मुलायम सिंह यादव, लिया था आशीर्वाद
देवबंद
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद मुलायम सिंह यादव पहले और अंतिम ऐसे नेता रहे जो दारुल उलूम देवबंद आए। बीस साल पहले यह दौरा राजनीति में मील का पत्थर साबित हुआ। तत्कालीन मोहतमिम से उन्होंने अपने सिर पर हाथ रखवा लिया। चुनाव नजदीक थे। सपा ने यह फोटो चुनाव के दौरान यह कहकर प्रचारित किया कि दारुल उलूम का आशीर्वाद भी नेताजी को मिल गया है। दारुल उलूम ने इसका खंडन भी किया लेकिन चुनाव में मुलायम सिंह यादव अपना दांव खेल चुके थे। बाद में, दारुल उलूम ने किसी भी नेता के दारुल उलूम आने पर ही रोक लगा दी।
तीन बार आने वाले पहले नेता
देवबंदी उलेमा से गहरा नाता रखने वाले पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव देवबंद में तीन बार आए। सबसे पहले वह मई-1991 में देवबंद पहुंचे थे उस समय उन्होंने देवीकुंड रोड स्थित राजकीय डिग्री कॉलेज में चुनावी सभा को संबोधित किया था। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी से बेहद करीबी संबंध रखने वाले समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव दूसरी बार पांच दिसंबर 1994 में आए।
तीसरी बार वह चार मार्च 2009 को दारुल उलूम देवबंद पहुंचे। यहां उन्होंने जामिया तिब्बिया में जनसभा को संबोधित करने के बाद दारुल उलूम के तत्कालीन मोहतमिम मौलाना मरगुबुर्रहमान के साथ संस्था के गेस्ट हाउस में मुलाकात कर सिर पर हाथ रखवाते हुए उनका आशीर्वाद लिया। यह आशीर्वाद उन्हें उस वक्त पूर्व केंद्रीय मंत्री काजी रशीद मसूद के प्रयासों से मिला था जिसे सपा ने 2009 के लोकसभा चुनाव और 2012 के विधानसभा चुनाव में अपने पोस्टरों पर भुनाया था। 2009 में तो वह लोकसभा चुनाव भी जीते।