IND vs SA: हैट्रिक बॉल पर कुलदीप यादव कर बैठे थे ये गलती, नहीं तो लसिथ मलिंगा के स्पेशल क्लब में हो जाते शामिल
नई दिल्ली
चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के लिए साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरा और आखिरी वनडे काफी शानदार साबित हुए। इस मुकाबले में 4 विकेट चटकार कुलदीप यादव ने भारत के लिए मैच जीताऊ परफॉर्मेंस की। कुलदीप ने कुल 4.1 ओवर गेंदबाजी की जिसमें उन्होंने मात्र 18 ही रन खर्च किए। इस दौरान वह हैट्रिक पर भी पहुंचे थे, मगर वह चूक गए। कुलदीप यादव को उनके दमदार परफॉर्मेंस के चलते मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया।
पारी के 26वें ओवर के दौरान कुलदीप वनडे करियर की तीसरी हैट्रिक पर थे। तीसरी गेंद पर उन्होंने ब्योर्न फोर्टुइन को LBW आउट किया, वहीं उसकी अगली गेंद पर उन्होंने एनरिच नॉर्खियां को गोल्डन डक पर बोल्ड कर पवेलियन का रास्ता दिखाया। हैट्रिक गेंद पर कुलदीप यादव के सामने लुंगी एनगिडी थे, मगर इस साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी ने कुलदीप को उनकी तीसरी हैट्रिक नहीं लेने दी। मैच के बाद कुलदीप यादव ने बताया कि हैट्रिक बॉल पर वह क्या गलती कर बैठे थे। अगर कुलदीप यादव यह हैट्रिक ले लेते तो वह लसिथ मलिंगा के बाद वनडे क्रिकेट में तीन हैट्रिक लेने वाले दूसरे गेंदबाज बन जाते। कुलदीप ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के खिलाफ हैट्रिक ली थी।
बीसीसीआई द्वारा शेयर किए गए वीडियो में मोहम्मद सिराज से बात करते हुए कुलदीप यादव ने कहा 'प्लान बहुत सिंपल था, हैट्रिक बॉल से पहले राउंड द विकेट रॉन्ग वन डाल रहा था। मुझे लगा कि उसके दिमाग में है कि मैं रॉन्ग वन डाल रहा हूं तो मैंने अपनी नॉर्मल चाइनामैन डिलिवरी डाली, जो अंदर की तरफ आती है। यही मैंने प्लान किया था, मगर गेंद थोड़ा ऊपर डल गया जिस वजह से गेंद बैट पैड पर लग गई। अगर लेंथ थोड़ी पीछे होती तो मौका बन सकता था।'
अपनी परफॉर्मेंस को लेकर कुलदीप बोले 'पूरी सीरीज में परफॉर्मेंस अच्छी रहा। आज विकेट ग्रिप हो रहा था इस वजह से मैं बस अच्छे लेंथ पर गेंद डालने की कोशिश कर रहा था। जब उनके 5 विकेट गिर गए थे तो मैं वेरिएशन के साथ विकेट निकालने को देख रहा था। मैं अपनी परफॉर्मेंस से खुश हूं।' बात मुकाबले की करें तो, कुलदीप यादव के अलावा वॉशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज और शहबाज अहमद को भी दिल्ली वनडे में 2-2 विकेट मिले। गेंदबाजों के इस धाकड़ परफॉर्मेंस के चलते भारत मेजबानों को 99 रनों पर ढेर करने में कामयाब रहा। इस आसान से स्कोर को टीम इंडिया ने 7 विकेट रहते 19.1 ओवर में ही हासिल कर लिया।