आदिवासी महिलाओं ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव,प्रस्तावित बाँध का विरोध
डिंडौरी
मंगलवार को एक बार फिर करंजिया विकासखण्ड अंतर्गत सिवनी नदी में बिट्ठलदेह ग्राम में प्रस्तावित करोड़ो रूपये की मध्यम सिचाई परियोजना के विरोध में प्रभावित क्षेत्र की सैकड़ों आदिवासी महिलाओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर बांध निरस्त करने की माँग को दोहराया हैं। इसके पहले भी बांध निर्माण के विरोध में ग्रामीणों के द्वारा आवेदन और ज्ञापन सौंपा जाता रहा है। लेकिन उनकी मांगों का अभी तक निराकरण नही किया गया है, जिसके मद्देनजर विस्थापन के दायरे में आने वाले ग्यारह गांवों में गुस्सा पनप रहा है।
इस बाबद प्रशासन द्वारा आदिवासी ग्रामीणो से संवाद नही बनाने से स्थिति लगातार बिगड़ रही है। संवाद हीनता की दशा में आदिवासियों में असुरक्षा की भावना बनती जा रही है।इसके पूर्व विगत दिनों महिलाओं ने कैबिनेट मंत्री का काफिला भी रोका था।मंगलवार को धरने पर बैठी महिलाएं कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी बात रखना चाहते थी।लेकिन बहुत देर तक कलेक्टर से मुलाकात नही होने पर महिलाओं ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दी और तेज बारिश के बीच धरने पर बैठ गईं।इसके बाद कलेक्टर रत्नाकर झा ने धरना दे रही महिलाओं से चर्चा कर आम सहमति से ही निर्माण कराने की बात कही है।
आंदोलन के समर्थन में जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते, उपाध्यक्ष अंजू ब्यौहार,ब्लॉक अध्यक्ष कांग्रेस रोशनी टांडिया शामिल रही।इस दौरान SP संजय सिंह, SDM बलवीर रमण, नायब तहसीलदार गिरीश धुलकर,SDOO आकांशा उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।गौरतलब है कि उक्त बांध को निरस्त करने ग्रामीण लामबंद हैं और प्रशासन से खासे नाराज हैं।