आज भोपाल में मेगा एससी-एसटी बिजनेस कॉन्क्लेव और एक्स्पो का हुआ शुभारम्भ
भोपाल
एससी-एसटी बिजनेस कॉन्क्लेव और एक्स्पो का आज राजधानी में शुरू हुआ। देश के प्रख्यात एससी-एसटी निवेशकों और हजारों उद्यमियों के साथ न्यू इंटरप्रिन्योर का सम्मेलन का दीप प्रज्जवलित कर औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह, एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा और वनमंत्री विजय शाह ने उद्घाटन किया। पांच सेशंस में चलने वाले इस समारोह में अंतिम सेशंस में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी शामिल होंगे।
दलित इंडियन चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री और राज्य सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 26 बड़े उद्यमी और देशभर के दो हजार से अधिक एससी-एसटी कारोबारी और स्टार्टअप शामिल हो रहे है। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में उद्योग आयुक्त पी नरहरि, डिक्की के फाउंडर चेयरमैन पद्मश्री मिलिंद कांबले, नेशनल प्रेसिडेंट पद्मश्री रविकुमार नर्रा, नेशनल वाइस प्रेसीडेंट संजीव दांगी, डॉ राजा नायक, डॉ मुनमुन विश्वास तथा डिक्की वेस्टर्न जोन और मध्यप्रदेश चैप्टर के पदाधिकारी भी मौजूद थे। डिक्की के हृदयेश किरार, अनिल सिरवैया और प्रवीण धोलपुरे समेत पदाधिकारियों ने मेगा एससी-एसटी बिजनेस कॉन्क्लेव में पधारे अतिथियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत की।
इस मौके पर पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने कहा कि प्रदेश के युवा जॉब सीकर नहीं जॉब गिवर बने। सरकार स्वरोजगार प्रारंभ करने की दिशा में युवाओं को हर संभव मदद कर रही है। आजादी के बाद एससी एसटी वर्ग में शिक्षा इतनी ज्यादा नहीं थी लेकिन धीरे-धीरे माहौल बदलता गया। इस दिशा में डिक्की का प्रयास सराहनीय है।
उद्योग आयुक्त पी नरहरि ने कहा कि प्रदेश में करीब 26 लाख सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग रजिस्टर है। एमपी देश का पहला राज्य है जिसने फर्नीचर और खिलौनों के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। हम ऐसे उद्योग को आगे बढ़ाए जिनमें क्लस्टर डेवलपमेंट किया जा सके। हम 48 बिजनेस क्लस्टर पर काम कर रहे है और बीस शुरू हो गए है। हम इंदौर में डिक्की के साथ एक क्लस्टर प्रारंभ कर रहे है। आप में से जो भी इस दिशा में काम करना चाहता है उनके विभाग से संपर्क कर सकता है। उन्होंने कहा कि आर्थिक उन्नति के लिए काम करना पड़ेगा। मध्यप्रदेश सरकार ने उद्यम क्रांति योजना के तहत एक लाख स्वरोजगार स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।