अन्र्तविभागीय समन्वय से हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित करायें – कलेक्टर
रीवा
कलेक्टर मनोज पुष्प की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों की हितग्राहीमूलक योजनाओं का पात्र हितग्राहियों को लाभ दिलाये जाने के संबंध में बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि अन्र्तविभागीय समन्वय से पात्र व्यक्तियों को हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ दिलायें। उन्होंने कहा कि ऐसे हितग्राही चयनित किये जांय जो वास्तव में जरूरतमंद हों और वह बैंक से योजनान्र्तगत ऋण प्राप्त कर रोजगार/स्वरोजगार स्थापित करने में सक्षम हो सकें।
कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद स्तर पर हितग्राहियों का कैंप लगाकर चयन करें तदुपरांत जिला स्तर पर वृहद शिविर के माध्यम से जो हितग्राही जिस योजना के लिये अनुकूल होगा उसे उस योजना से बैंक के माध्यम से ऋण दिलाकर रोजगार/स्वरोजगार स्थापना के लिये सक्षम बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि हितग्राही को आगे बढ़ाया जाय, स्वसहायता समूहों से जोड़ा जाय तथा उसे योजना से लाभ दिलाकर लक्ष्य की पूर्ति हो। यदि लक्ष्य को पुर्नआवंटित किये जाने की आवश्यकता होगी तो शासन स्तर से उसे संशोधित कराकर अतिरिक्त लक्ष्य की मांग की जायेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पात्र योजनाओं के लक्ष्य का 10 गुना प्रस्ताव बैंक को भेंजे ताकि उन्हें स्वीकृति दी जा सके। बैठक में डीपीएम एनआरएलएम अजय सिंह, आयुक्त संचालक सामाजिक न्याय अनिल दुबे, उप संचालक पशुपालन डॉ. राजेश मिश्रा सहित मत्स्य एवं उद्यान विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।