UP में बाढ़ प्रभावित इलाक़ों में बचाव कार्य में जुटी सरकार, CM योगी ने मंत्रियों को भी पकड़ाया टास्क
लखनऊ
उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ने राज्य में व्यापक बारिश के मद्देनजरएक उच्च स्तरीय बैठक कर अपने मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जिलों में राहत और बचाव कार्यों की निगरानी करने का निर्देश दिया। योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों के समूह को निर्देश दिया कि वे अपने प्रभाराधीन मंडल मुख्यालयों एवं जिलों का तुरंत दौरा करें और राहत एवं बचाव कार्यों में अपना सहयोग दें। मुख्यमंत्री ने भारी बारिश से प्रभावित सभी जिलों में राहत एवं पुनर्वास कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये और अधिकारियों को एडीएम एवं संयुक्त मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में जिला नियंत्रण कक्ष को चौबीसों घंटे चालू रखने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आम लोगों को तत्काल मदद मुहैया कराने की बात कहते हुए कहा, 'राहत पैकेटों के वितरण में कोई देरी नहीं होनी चाहिए। राहत शिविरों में रोशनी आदि की पर्याप्त व्यवस्था हो।" मुख्यमंत्री ने कृषि फसलों पर भारी वर्षा के प्रभाव की समीक्षा करते हुए कहा कि राजस्व और कृषि विभागों की टीमों को सभी जिलों में व्यापक सर्वेक्षण करना चाहिए और नुकसान का आकलन करना चाहिए ताकि किसानों को उनके नुकसान की भरपाई की जा सके। मुख्यमंत्री ने इस काम को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए।
18 जिलों के करीब 1300 गांव प्रभावित
राहत आयुक्त कार्यालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण राज्य के 18 जिलों के 1,370 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और प्रभावित जिलों में राहत और पुनर्वास कार्य में तेजी लाने के निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि जिला नियंत्रण कक्ष एक संयुक्त मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में चौबीसों घंटे काम करना चाहिए।
प्रभावित लोगों को हर संभव करें मदद
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में अत्यधिक वर्षा के कारण जनजीवन, पशुधन और कृषि पर प्रतिकूल प्रभाव देखा गया है। उन्होंने कहा कि कई जिलों से सार्वजनिक और निजी संपत्ति के नुकसान की खबर है। एक आधिकारिक बयान में योगी आदित्यनाथ के हवाले से कहा गया है कि राज्य सरकार सभी प्रभावित लोगों की सुरक्षा और रखरखाव के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के लिए प्रतिबद्ध है।
हादसे में मरने वालों को दें राहत
मुख्यमंत्री ने लोगों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मृतकों के परिवारों को तत्काल राहत दी जानी चाहिए और घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित किया जाना चाहिए। योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को तत्काल सहायता प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहत पैकेटों के वितरण में कोई देरी नहीं होनी चाहिए और राहत शिविरों में पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए.
करीब 25 लाख की आबादी प्रभावित
वर्तमान में राज्य भर के 18 जिलों के 1500 से अधिक गांवों में करीब 25 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल और प्रांतीय सशस्त्र बल की टीमों को सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य करने की आवश्यकता के अनुसार तैनात करने के निर्देश दिए हैं। राप्ती और सरयू (घाघरा) नदियां इस समय खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री ने नदियों के जलस्तर की सतत निगरानी के निर्देश दिए हैं।