रीवा: सेमरिया में लाखों की अवैध टोल वसूली,गाइड लाइन का पालन नहीं
रीवा
रीवा जिले के सेमरिया में अवैध तरीके से टोल वसूली हो रही है। आलम है कि 8 वर्षों से जिला प्रशासन के नाक के नीचे करोड़ों खेल चल रहा। फिर भी किसी जिम्मेदार ने कोई खोज खबर नहीं ली। चालकों ने आरोप लगाया कि इस टोल में न तो फास्ट टैग है, और न ही ऑनलाइन पर्ची दी जाती है। फिर भी रोजाना 10 से 20 हजार रुपए टोल राशि एकत्र की जा रही है।
टोल नाके पर हो रही अवैध वसूली की शिकायतें जिला प्रशासन के अफसरों तक मौखिक रूप से पहुंच रही थी। सेमरिया कस्बे के वार्ड क्रमांक 1 में स्थापति टोल प्लाजा में एमपीआरडी की गाइड लाइन का पालन नहीं हो रहा है। यहां मैनुअल तरीके से टोल बिल थमा दिया जाता है। अगर कोई बहस-बाजी करता है तो टोल प्लाजा के गुर्गे वाहन से उतारकर दो-चार चांटे रसीद कर देते है। डर के मारे लोग पैसे देकर आगे बढ़ जाते है।
लोकल गाडियों को रियायत, बाहरी गाड़ी देखकर मनमानी
यूपी के मानिकपुर से पिकअप लेकर आए वाहन चालक रमेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि लोकल गाडियों को रियायत दी जाती है। बल्कि बाहरी गाडियां देखकर मनमानी वसूली की जाती है। हमने पिकअप वाहन का 70 रुपए टोल दिया है। वहीं बड़ी गाड़ी का 100 से 150 रुपए तक लगता है। जबकि एमपी पासिंग वाहनों का 30 से 50 रुपए लिया जाता है।औसतन हर माह 3 लाख रुपए की वसूली हो रही है। वहीं सालभर में टोल कलेक्शन की दर 36 लाख से ज्यादा पहुंच जाती है। दावा है कि सेमरिया टोल प्लाजा 5 मार्गों को छोड़ता है। पहला बिरसिंहपुर-सेमरिया, दूसरा मानिकपुर-सेमरिया, तीसरा सतना-सेमरिया, चौथा रीवा-सेमरिया बाया बीड़ा, पांचवां सेमरिया-रीवा बाया बनकुंईया, छठवां अतरैला-सेमरिया मार्ग शामिल है।